भोपाल । नगर निगम द्वारा बारिश के मौसम में जोखिम को देखते हुए एक जर्जर भवन को चार घंटे की कडी मशक्कत के बाद गिरा दिया गया। यह भवन भेल क्षेत्र में स्थित सोनागिरी में था। मकान मालिक व किराएदारों के बीच आपसी सहमति नहीं बनने की वजह से देर रात तक यह कार्रवाई चलती रही। दरअसल दुकानदार नहीं चाहते थे, कि इस भवन को गिराया जाए। लेकिन 35 वर्ष पुराना भवन अब जर्जर हो चुका था। दीवारों में दरारें आ गई थी, छज्जों के प्लास्टर भी उखड़ रहे थे। जिससे बड़े हादसे का खतरा था। ऐसे में नगर निगम ने मकान मालिक से इस भवन को खाली करने के लिए नोटिस जारी किया था। बता दें कि इस भवन के भूतल व पहली मंजिल में 10 दुकानों का संचालन किया जा रहा था। नगर निगम के अतिक्रमण अमले ने चार घंटे की मशक्कत के बाद भवन को जमींदोज कर दिया। जोन क्रमांक 15 के सहायक यंत्री एसके राजेश ने बताया कि सोनागिरी-ए सेक्टर में जर्जर इमारत को अति जर्जर मानते हुए इसे खाली करने के लिए 18 अप्रैल 2023 को नोटिस जारी किया गया था। इसके बाद कई बार रिमाइंडर भेजा गया, फिर भी भवन खाली नहीं हुआ। ऐसे में शुक्रवार दोपहर नगर निगम का अमला इसे गिराने के लिए पहुंचा था। लेकिन दुकानदारों ने इसका विरोध शुरु कर दिया। वो दुकानें नहीं खाली करना चाहते थे। ऐसे में नगर निगम के कर्मचारियों को कार्रवाई के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा। हालांकि शाम तक भवन मालिक व दुकानदारों के बीच सहमति बन गई। भवन मालिक ने नई इमारत बनने पर इन्हें प्राथमिकता में दुकान किराए से देने का वादा किया, जिसके बाद दुकानें खाली की गई।