भोपाल। मध्य प्रदेश में आई फ्लू के मामले थमे ही नहीं थे की डेंगू ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। अब तक पिछले साल से दोगुना डेंगू के मरीज सामने आ चुके है। जिसके बाद फॉगिंग के लिए शहर के अलग - अलग हिस्सों में गाडिय़ां तैनात की गई।
राजधानी भोपाल में आई फ्लू के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। हर दिन इसके 300 से 400 मामले सामने आ रहे है। वहीं शहर में डेंगू ने भी हाहाकार मचा रखा है। अब तक लगभग 120 डेंगू के मरीज सामने आ चुके है, यह संख्या पिछले साल की तुलना में दोगुनी। वहीं फॉगिंग के लिए शहर के अलग-अलग हिस्सों में गाडिय़ां तैनात की गई। सर्वे ले साथ-साथ लापरवाही का दौर भी जारी, यही कारण है की डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं।
शहर में डेंगू तेजी से पैर पसार रहा है। हालात इसलिए चिंताजनक हैं बीते साल जनवरी से जुलाई अंत तक डेंगू मरीजों की संख्या 68 थी, जो इस जुलाई में 112 हो गई है। जिला मलेरिया कार्यालय की 50 टीमें शहर में डेंगू लार्वा सर्वे कर रही हैं। हालांकि संयुक्त टीमें अपने रुटीन काम भी कर रही हैं इसलिए पूरा फोकस नहीं हो रहा है। नगर निगम के फॉगिंग प्रभारी पंकज यादव ने बताया कि शहर में फॉगिंग के लिए 10 गाडिय़ों को तैनात किया है। रोज फॉगिंग के लिए कॉल की संख्या 50 के पार पहुंच गई है। गौरतलब है कि अब तक शहर के करीब 2.30 लाख घरों में लार्वा सर्वे हो चुका है।
बारिश से मुख्य मार्गों से लेकर कॉलोनियों के अंदर की सडक़ किनारे जलभराव होने लगा है। इसी कारण शहर में मच्छरों की भरमार है। जिला मलेरिया कार्यालय द्वारा भेजी जा रहीं लार्वा सर्वे टीम और नगर निगम के फॉगिंग वाहनों की संख्या पर्याप्त नहीं है। टीमें शहर में दिख ही नहीं रही हैं। अगर समय रहते जिम्मेदार नहीं चेते तो आने वाले दिनों में डेंगू और फैल सकता है। जिला मलेरिया अधिकारी अखिलेश दुबे का कहना है कि पिछले साल जुलाई में 27 नए मरीज मिले थे। इस साल 17 मरीज मिले हैं। कुल मरीजों की संख्या इसलिए ज्यादा दिख रही है, क्योंकि जनवरी में ज्यादा मरीज आए थे।
शहर में डेंगू से ज्यादा प्रभावित साकेत नगर, शक्ति नगर, बरखेड़ा, पठानी, पिपलिया, पेंदे खां, बागसेवनिया, ईटखेड़ी, मिसरोद, कोलार, ई-7 अरेरा कॉलोनी, नेहरू नगर इसके साथ ही कटोरा सुल्तानांबाद, गांधी नगर, शिव नगर, करोंद, कैंची छोला, सुभाष नगर, सुभाष नगर, अयोध्या बायपास और अवधपुरी हैं।