प्रदर्शनी में दिखा राजस्थानी परिधानों के प्रति क्रेज
जयपुर । राजस्थान स्टेट हैण्डलूम डवलपमेंट कॉर्पोरेशन (आरएचडीसी) की ओर से हस्तनिर्मित वस्त्रों की बिक्री के लिए व्यापक प्लेटफॉर्म उपलब्ध करवाने के लिए गुजरात के सूरत शहर में लगाई गई प्रदर्शनी में राजस्थानी परिधानों के प्रति अच्छा क्रेज देखा गया। हथकरघा एवं हस्तशिल्प बुनकरों की ओर से उत्पादित वस्त्रों की यह 10 दिवसीय प्रदर्शनी 6 मार्च तक चलेगी।
कॉर्पोरेशन की अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्रीमती नेहा गिरि ने यह जानकारी देते हुए बताया कि कोविड-19 महामारी की वजह से बुनकरों एवं दस्तकारों के उत्पादों के विपणन में रुकावट आ गई थी। उन्होंने बताया कि कॉर्पोरेशन हाथ से बने कपड़ों के विपणन तंत्र को मजबूत बनाने के लिए व्यापक प्लेटफॉर्म मुहैया कराने का प्रयास कर रहा है। इसी के तहत राज्य के बुनकरों की ओर से उत्पादित वस्त्रों की राज्य के साथ-साथ राजस्थान से बाहर बड़े शहरों में भी प्रदर्शनियां आयोजित की जा रही है, ताकि अधिक से अधिक हस्तनिर्मित वस्त्रों का विपणन कर बुनकरों को लाभान्वित किया जा सके। श्रीमती नेहा गिरि ने बताया कि प्रदर्शनी में राजस्थानी परिधानों के प्रति अच्छा क्रेज देखा गया। युवतियां और महिलाएं राजस्थानी रंग-संयोजन को पसंद करते हुए बगरू, सांगानेरी, बाड़मेरी, अकोला, कोटा डोरिया आदि डिजाइन के वस्त्रों की खरीद कर रही हैं।