इंदौर । मंगलवार को नियमित टीकाकरण के चलते कोरोना टीकाकरण अभियान ठंडा ही रहेगा। इक्का-दुक्का टीकाकरण केंद्रों को छोड़कर ज्यादातर जगह कोरोना टीकाकरण नहीं होगा। जिले में अब भी हजारों की संख्या में लोग हैं जो बारी आने के बावजूद टीका नहीं लगवा रहे हैं। सतर्कता डोज को लेकर भी लोग लापरवाही बरत रहे हैं। इधर किशोरों का टीकाकरण अभियान भी सुस्त पड़ा है। हजारों किशोर हैं जिन्हें अब तक कोरोना का दूसरा टीका ही नहीं लगा है।

जिले में 15 से 17 आयुवर्ग के दो लाख के लगभग बच्चों को कोरोना टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया था। तीन जनवरी से शुरू हुए अभियान के पहले तीन दिन में ही जिले में एक लाख से ज्यादा किशोरों ने टीका लगवा लिया था लेकिन इसके बाद अभियान कभी पहले जैसी गति नहीं पकड़ सका। दरअसल शुरुआत में स्वास्थ्य विभाग ने स्कूली शिक्षा विभाग से समन्वय स्थापित कर स्कूलों में टीकाकरण केंद्र खोल लिए थे। इसका फायदा यह हुआ कि किशोरों ने अपनी-अपनी स्कूल जाकर टीका लगवा लिया।

टीके को लेकर किशोरों के मन में आशंका और भय था जिसे स्कूल के शिक्षकों ने समझाइश देकर कम कर दिया था, लेकिन अब स्वास्थ्य विभाग स्कूलों में टीकाकरण केंद्र नहीं बना रहा है। यही वजह है कि अब भी हजारों की संख्या में किशोर हैं जिन्हें दोनों टीके नहीं लग सके हैं।