शहद में वियाग्रा मिलाकर बेच रही थीं कंपनियां, दी चेतावनी
वाशिंगटन । अमेरिका के फूड और ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने शहद में मिलावट को लेकर हाल ही में चार कंपनियों को चेतावनी :जारी की है। एफडीए के मुताबिक ये चारों कंपनियां शहद में ऐसी चीजें मिलाकर बेच रही थीं जो ग्राहकों की सेहत के लिए काफी खतरनाक हो सकती हैं। ये सभी कंपनियां सेक्स पावर बढ़ाने के लिए शहद में मिलावट कर प्रोडक्ट्स बेच रहीं थी। इन सभी प्रोडक्ट्स में वियाग्रा और सियालिस जैसे ड्रग मिलाए जा रहे थे जिनकी जानकारी प्रोडक्ट्स के लेबल पर नहीं दी गई थी। शहदयुक्त इन सभी प्रोडक्ट्स को सेक्स पावर बढ़ाने के लिए अलग-अलग नामों के साथ बेचा जा रहा था जैसे 'डोज वाइटल हनी फॉर मेन्स', 'सीक्रेट मिरैकल रॉयल हनी फोर हर्स', 'किंगडम हनी रॉयल वीआईपी' आदि। इन सभी प्रोडक्ट्स के लेबल पर वियाग्रा और सियालिस जैसे इंग्रीडिएंट्स की जानकारी नहीं दी गई थी। सभी प्रोडक्ट्स के लेबल पर सिर्फ कैवियार पाउडर, और दालचीनी जैसे नैचुरल इंग्रीडिएंट्स का नाम लिखा हुआ था।
एफडीए की ओर से पोस्ट किए गए नोटिस के मुताबिक एजेंसी की लेबोरेटरी जांच में इन प्रोडक्ट्स के सैंपल्स में पाया गया कि इन सभी में ऐसे ड्रग इंग्रीडिएंट्स शामिल थे जिनका नाम प्रोडक्ट्स के लेबल पर नहीं दिया गया था। इन सभी कंपनियों के प्रोडक्ट्स में एजेंसी को वियाग्रा और सियालिस जैसे ड्रग इंग्रीडिएंट्स मिले। इन दोनों ही इंग्रीडिएंट्स को एफडीए की ओर से ड्रग घोषित किया गया है जिसका इस्तेमाल नपुंसकता की समस्या से जूझ रहे पुरुषों के इलाज में किया जाता है। इस ड्रग का इस्तेमाल सिर्फ मेडिकल कारणों के चलते ही किया जाता है। एफडीए की एक अधिकारी ने कहा कि इस तरह के शहदयुक्त प्रोडक्ट्स काफी खतरनाक होते हैं क्योंकि उपभोक्ता इन उत्पादों में छिपे हुए ड्रग इंग्रीडिएंट्स से जुड़े जोखिमों से अनजान होते हैं। साथ ही यह ड्रग इंग्रीडिएंट्स उपभोक्ताओं की ओर से लिए गए अन्य ड्रग्स और सप्लीमेंट्स के साथ मिलकर रिएक्ट कर सकते हैं। इस तरह के प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने से यह कई बार जानलेवा भी साबित हो सकते हैं। हम उपभोक्ताओं को ऑनलाइन या दुकानों में खरीदारी करते समय सतर्क रहने के लिए कहते हैं ताकि वे ऐसे प्रोडक्ट्स को खरीदने से बच सकें जो उनकी हेल्थ को खतरे में डालते हैं।
विशेषज्ञों के मुताबिक अनजाने में या जानबूझकर वियाग्रा और सियालिस जैसे ड्रग्स का सेवन करना काफी खतरनाक साबित हो सकता है। वियाग्रा पीडीई5 नामक एंजाइम के काम को रोक देता है। पीडीई 5 का काम ब्लॉक होने से रक्त कोशिकाएं रिलैक्स हो जाती हैं, ब्लड फ्लो बढ़ता है और ब्लड प्रेशर गिरकर खतरनाक स्तर पर पहुंच जाता है। वियाग्रा और सियालिस जैसी दवाएं नाइट्रेट के साथ मिलकर रिएक्ट करती हैं, जिसे लोग डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल में लेते हैं। इससे आपको सेहत से जुड़ी खतरनाक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।