राजस्थान के सीकर जिले में मंगलवार को लगातार चौथे दिन न्यूनतम तापमान शून्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। सोमवार को न्यूनतम तापमान -3.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया था।सीकर के फतेहपुर स्थित कृषि अनुसंधान केंद्र के अनुसार मंगलवार को न्यूनतम तापमान -4.5 डिग्री रहा। खेतों में भी फसलों पर बर्फ की परतें देखी गईं।

बर्फीली हवाओं के साथ, कड़ाके की ठंड की स्थिति लोगों के जीवन को बहुत प्रभावित करती है क्योंकि गिरते तापमान के कारण जिले में सड़कों पर बहुत कम यातायात देखा जा सकता है।माइनस में चल रहे तापमान के कारण चूरू के तारानगर और आसपास के किसानों को फसलों में पाला पड़ने का डर सताने लगा है। खेतों और जमीन पर जमी बर्फ किसानों की चिंता बढ़ा रही है।

तारानगर क्षेत्र में लगातार सर्दी का सितम जारी है। शीतलहर से लोगों की हालत खराब है। वहीं, किसानों को फसलों में पाला पड़ने का डर सताने लगा है। मंगलवार सुबह तारानगर तहसील के साहवा सहित कई गांव में बर्फ जम गई। सुबह नौ के बजे बाद भी पेड़ों और जमीन पर बर्फ जमी रही।तापमान माइनस में आने के कारण कई जगहों पर पेड़, पौधों पर फसलों की पत्तियों पर बर्फ जमी नजर आई। खेतों में फसलों, पानी के कुंड, पेड़ की टहनियों, कार की छतों, बाइक की सीटों, प्लास्टिक के टबों और खेतों में पाइप की लाइनों पर बर्फ जम गई है।

मौसम विभाग के अनुसार यहां का अधिकतम तापमान 18 डिग्री और न्यूनतम तापमान -2. 5 डिग्री दर्ज किया गया।इधर कृषि अधिकारी कुलदीप शर्मा ने बताया कि फसलों में पाला पड़ना शुरू हो गया है। इसलिए किसानों को पाला पड़ने से फ़सले खराब होने की चिंता सताने लगी है। सर्दी का सितम इतना है कि जहां बाजारों में सुबह से ही लोगों चहल-पहल शुरू हो जाती थी वहीं अब शीतलहर के कारण लोग घरों में दुबके हुए हैं। बहुत जरूरी होने पर ही घरों से बाहर निकल रहे हैं। यही हाल शाम को भी देखने को मिलता देर रात तक गुलजार रहने वाले बाजार अब जल्दी ही बंद हो जाते हैं।