मतगणना की तारीख बदलें, मृतात्माओं को होगा कष्ट
भोपाल। गैस पीडि़त संगठनों के बाद अब विधानसभा चुनाव के निर्दलीय उम्मीदवारों ने चुनाव आयोग से भोपाल में 3 दिसंबर को होने वाली मतगणना की तारीख को बदलने की मांग की है। इन उम्मीदवारों का कहना है कि चुनाव में जीत की खुशी का जश्न मनाने पर भोपाल गैसकांड के हजारों मृतकों की आत्माओं को कष्ट होगा। हम बता दें कि 3 दिसंबर को विधानसभा चुनाव की मतगणना है और इसी दिन भोपाल में दुनिया की सबसे बड़ी गैस त्रासदी हुई थी, जिसमें हजारों लोग मारे गए थे।
विधानसभा चुनाव में भोपाल उत्तर से निर्दलीय उम्मीदवार अताउल्ला इकबाल, आजाद समाज पार्टी के उम्मीदवार प्रकाश नरवारे, नरेला से आजाद समाज पार्टी के उम्मीदवार शमा तनवीर और भोपाल मध्य से आजाद समाज पार्टी उम्मीदवार शमसुल हसन ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन को दिए ज्ञापन में कहा है कि तीन दिसंबर को मतगणना होगी और चुनाव जीतने वाले ढोल-ढमाके और गाजे-बाजे के साथ जश्न मनाएंगे और विजयी जुलूस निकालेंगे। ऐसे में इस तारीख को गैसकांड में जान गंवाने वाले हजारों मृतकों की आत्माओं को तकलीफ पहुंचेगी। इसके साथ ही उन मृतकों के परिजनों को भी दुख होगा। ज्ञापन में भोपाल में 3 दिसंबर को होने वाली मतगणना की तारीख को आगे बढ़ाकर 4 दिसम्बर को करने की मांग की गई। हम बता दें कि इसके पहले भोपाल के चार गैस पीडि़तों संगठनों ने भी गैसकांड की बरसी के मद्देनजर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को ज्ञापन देकर भोपाल में 3 दिसंबर को होने विधानसभा चुनाव की मतगणना को आगे बढ़ाने की मांग की थी।