किसानों के दिल्ली कूच को सफल बनाने के लिए सोशल मीडिया साइट्स पर अलग-अलग जंग लड़ी जा रही है। न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर लड़ाई शुरू होते ही किसान नेता व उनके समर्थक सोशल मीडिया पर सक्रिय हो गए हैं। दूसरी तरफ पिछले कुछ दिनों से कई प्रमुख किसान नेताओं समेत उनके समर्थकों के दर्जनों सोशल मीडिया साइट एक्स के अकाउंट निलंबित हो चुके हैं। यही कारण है कि इस समस्या से निपटने के लिए बैकअप प्लान तैयार किया जा रहा है।

ये अकाउंट निलंबित होते ही किसानों की तरफ से दूसरे अकाउंट को प्रमोट किया जा रहा है और समर्थकों से उसे फॉलो करने की अपील की जा रही है। सभी प्रमुख नेताओं के अकाउंट्स बंद होने के साथ किसानों की तरफ से किसान मजबूर मोर्चा नाम से अकाउंट को आगे बढ़ाया जा रहा है और इसी से सभी तरह की जानकारी साझी की जा रही है, लेकिन ये भी निलंबित हो गया है। अब भारतीय किसान यूनियन एकता प्रधान के अकाउंट को किसान प्रमोट कर रहे हैं।

पंजाब सरकार की तरफ से घायल किसानों के इलाज के लिए अस्पतालों को अलर्ट किया गया है। अधिकतर किसानों का इन अस्पतालों में इलाज भी चल रहा है। काफी किसान घायल होने के बावजूद मोर्चा पर ही डटे हुए हैं। ऐसे किसान साथियों को मदद पहुंचाने के लिए किसान नेताओं की तरफ से अपील की जा रही है। नेताओं का कहना है कि किसानों को समर्थन देने वाले डॉक्टर व मेडिकल पेशे से जुड़े लोग घायल किसानों के लिए इलाज के लिए शंभू बॉर्डर पर पहुंचें। साथ ही दवाएं व अन्य प्राथमिक चिकित्सा उपचार के लिए किट भी पहुंचाने की अपील की जा रही है। बताया जा रहा है कि पुलिस के साथ झड़प में अब तक करीब 100 किसान घायल हुए हैं।