पत्थर खनन घोटाले व ईडी के गवाह विजय हांसदा को मैनेज करने के मामले की जांच के लिए रांची से सीबीआई की टीम गुरुवार की सुबह साहिबगंज पहुंच गई है। सीबीआई ने जिला प्रशासन को पहले ही पत्र भेजकर आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था करने को कहा था। सीबीआई की टीम सुबह वनांचल एक्सप्रेस से साहिबगंज पहुंची है। वहां से दो वाहन से सर्किट हाउस पहुंची है। टीम में कुल सात सदस्य हैं।

सीबीआई के लिए आरक्षित रखा गया चार कमरा

टीम के लिए पुराने सर्किट हाउस में चार कमरों को आरक्षित रखा गया है। सूत्रों की मानें तो सीबीआई ने खनन विभाग से भी कुछ दस्तावेज उपलब्ध कराने को कहा है। इसके आलोक में बुधवार को खनन विभाग मिर्जा चौकी अंचल के सिमरिया मौजा (नींबू पहाड़) व उसके आसपास की पत्थर खदानों का दस्तावेज को छांट कर रखा है। यहां आने के बाद टीम जिला खनन पदाधिकारी से मुलाकात कर सकती है।

कई लोगों को पूछताछ के लिए बुला सकती है सीबीआई

इसके बाद सिमरिया मौजा का निरीक्षण कर सकती है। इसके बाद संबंधित लोगों को नोटिस देकर पूछताछ के लिए सर्किट हाउस में ही बुला सकती है। महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की की मौत की जांच के लिए आई सीबीआई की टीम भी सर्किट हाउस में ही ठहरी थी। सीबीआई ने सर्किट हाउस में अपना अस्थायी कार्यालय भी खोला था। लोगों को वहां बुलाकर पूछताछ करती थी।

सबसे पहले इस दिन दर्ज कराई गई थी प्राथमिकी

गौरतलब हो कि विजय हांसदा के नाम से दो मई 2022 को ऑनलाइन आवेदन के माध्यम से पुलिस के पास प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। इसमें बरहेट विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, विष्णु यादव, पवित्र यादव, राजेश यादव, बच्चू यादव, संजय यादव और सुभाष मंडल पर नींबू पहाड़ पर अवैध खनन करने का आरोप लगाया गया था। उसका कहना था कि विरोध करने पर उसके साथ मारपीट की गई तथा जातिसूचक शब्दों का उपयोग किया गया। इस आवेदन पर प्राथमिकी नहीं हुई। पुन: विजय हांसदा के नाम से 30 जून 2022 को कोर्ट में शिकायतवाद दर्ज कराया गया। इस बार भी काफी दिनों तक मामला ठंडा पड़ा रहा। इसी बीच ईडी ने साहिबगंज में छापेमारी की।