बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में तेलंगाना की सीमा पर कर्रेगुट्टा पहाड़ी पर सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है। माओवादियों के खिलाफ ऑपरेशन संकल्प चलाया गया है। बुधवार सुबह जवानों ने 22 माओवादियों को मार दिया। अभी तक 18 शवों को बरामद कर लिया गया है। मुठभेड़ अभी जारी है। 

माओवादियों की बढ़ सकती है संख्या
मारे जाने वाले माओवादियों की और भी बढ़ सकती है संख्या। दिल्ली से सीआरपीएफ के डीजी ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह बीजापुर में चल रहे ऑपरेशन पर नजर बनाए हुए हैं। छत्तीसगढ़ के एडीजी नक्सल ऑप्श विवेकानंद सिन्हा, सीआरपीएफ आईजी राकेश अग्रवाल व बस्तर आईजीपी. सुंदरराज कर रहे हैं मॉनिटरिंग। डीआरजी, कोबरा, सीआरपीएफ, एसटीएफ के बहादुर जवान लगातार माओवादियों को जवाब दे रहे हैं।

एसटीएफ के जवान आए आईईडी की चपेट में
छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा के कर्रेगुट्टा पहाड़ी पर नक्सल विरोधी अभियान जारी है। सुरक्षा बलों ने पहाड़ी को अपने कब्जे में करने के बाद नक्सली ठिकानों को ध्वस्त किया है। इसी अभियान में शामिल एसटीएफ के दो जवान थान सिंह व अमित पांडे रविवार की शाम आईईडी की चपेट में आ गए।

दोनों को बीजापुर में प्राथमिक उपचार के बाद रायपुर रेफर किया गया है। जवानों को हाथ पैर में गंभीर चोट पहुंची है। इस घटना की जानकारी पुलिस से अब तक प्राप्त नहीं हुई। सुरक्षा बल नक्सलियों के ठिकानों की पहचान कर उसे नष्ट कर रहा है।

ऑपरेशन पर सेना की निगरानी
कर्रेगुट्टा की ऊंचाई वाली पहाड़ी व घने जंगलों में पुलिस द्वारा ऑपरेशन लांच करना एक चुनौती पूर्ण कार्य है। जिले के पुलिस अधिकारियों से इस संबंध में जानकारी लेने की कोशिश की गई लेकिन अधिकारी बात नहीं कर पा रहे हैं। पहाड़ी में चल रहे ऑपरेशन पर सेना के हेलीकॉप्टर से निगरानी जारी है। हेलीकॉप्टर से जवानों के लिए रसद व अन्य जरूरी सामान पहुंचाया जा रहा है।