नीमच से राजेश भंडारी

नीमच ।   दर्शन शर्मा कुआं कांड में विभागीय जांच के बाद एक बड़ा खुलासा सामने आया है। पीड़िता मंजूबाई पति भोलाराम ग्वाला की सर्वे क्र. 650 की कृषिभूमि के सीमांकन के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि कुआं और टीन पतरा के मकान की जमीन पीड़ित की ही है। दर्शन शर्मा षड़यंत्र पूर्वक कुए और जमीन को हड़पना चाहते थे। गौरतलब है कि बिते 4 माह पूर्व ग्वालटोली निवासी कृषक मंजुबाई पति भोलाराम सुराह ने कलेक्टर सहित शासन—प्रशासन के नाम एक लिखित शिकायती आवेदन देकर अवगत कराया था कि एडवोकेट दर्शन शर्मा उनके खेत की मेड़ पर बने कुए और दो पतरा मकान की जमीन को हड़पना चाहता है। षड़यंत्र पूर्वक एवं मिलिभगत कर स्वयं के कुटरचित खसरा नक्शे में कुएं और जमीन को शामिल किया गया है। इधर पीड़िता मंजुबाई ने अपनी शिकायत में दर्शन शर्मा पर कुआं हड़पने के आरोप लगाने के साथ कुआं संबंधित दस्तावेजो में खेत को मंजुबाई ने सीताराम माली से क्रय किया जाना एवं जिसके विक्रय—पत्र में भी कुए के होना का जिक्र बताया। पूर्व और वर्तमान की खसरा नकलो में भी कुआ होना बताया गया। वही कुए के लिए विक्रेता सीताराम माली द्वारा लोन लेने और विद्युत मोटर का उपयोग करने पर विद्युत बील भी विक्रेता सीताराम माली के नाम से होने के दस्तावेज शामिल भी किए थे। जिसके बाद कलेक्टर द्वारा तहसीलदार को आदेशित कर एक जांच टीम गठीत की गई थी। 18 अप्रैल को जांच टीम ने पीड़िता मंजूबाई की सर्वे क्र. 650 की कृषिभूमि की सीमांकन किया साथ ही दर्शन शर्मा की सर्वे क्र. 651 की कृषिभूमि का भी सीमांकन किया। सीमांकन के बाद पाया कि जिस कुए और टीन पतरा जमीन को दर्शन शर्मा खुद का बता रहे थे वह भूमि असल में पीड़िता मंजूबाई की ही है। सीमांकन के समय मौके पर दर्शन शर्मा भी मौजुद थे, लेकिन सच्चाई सामने आते ही दबे पांच वहां से रवाना हो गए और अंत में सीमांकन के बाद कुआ और टीन पतरा मकान वाली भूमि पीड़िता की ही निकली।

जांच टीम में यह रहे मौजुद

पीड़िता मंजूबाई और दर्शन शर्मा के भूमि विवाद में गिरधावर श्री अक्षय टीम में पटवारी घनश्याम पांडेय,  पटवारी लोकेश हरीत, पटवारी संजय मेहता, पटवारी महेन्द्र सिंह सिसोदिया, पटवारी विनोद लौहार मौके पर जांच के लिए मौजुद रहे।

पीड़िता ने कहां सत्य की जीत हुई

पीड़िता मंजूबाई पति भोलाराम ने न्याय मिलने के बाद प्रशासनिक टीम की कार्यशैली को सराहते हुए कहां कि आज भूमिमाफिया दर्शन शर्मा से मुझे मुक्ति मिली है। पिछले कई समय से दर्शन शर्मा की मानसीक प्रताड़ना का शिकार हो रही थी, लेकिन प्रशासन की कार्रवाई ने एक बार फिर सत्य को जीत दिलाई है। बारीकी से सीमांकन कर मुझे दर्शन शर्मा की प्रताड़ना से आज रिहा किया है।

पीड़िता के पति का कहना

पीड़िता के पति भोलाराम ग्वाला ने कहां कि दर्शन शर्मा हमारे खेत पर कब्जा करना चाहते थे, इसी नियत से कुए और मेड़ की जमीन को हथियाने में उन्होने कोई कसर नही छोड़ी। हालांकि शिकायत के बाद प्रशासन ने सीमांकन कर हमे न्याय दिलाया है, जिससे दर्शन शर्मा की काली करतूतो का भी पर्दाफाश हो गया है।