झारखंड के संताल परगना क्षेत्र के आदिवासी बच्चों की तस्करी में झारखंड और बिहार के तस्करों ने हाथ मिलाया है। देवघर के मार्गोमुंडा गांव के चार नाबालिगों को चेन्नई ले जा रहे झारखंड के देवघर और बिहार के बक्सर के मानव तस्कर को आरपीफ ने धनबाद स्टेशन पर घेर कर पकड़ा।

इनमें देवघर जिले के बुढ़ई का 41 वर्षीय रामजीत पंडित और बक्सर के भगवानपुर का 43 साल के राधे श्याम सिंह शामिल हैं। मुक्त कराए गए नाबालिगों को रेलवे चाइल्ड लाइन को सौंपा गया। पकड़े गए मानव तस्कर रेल पुलिस के हवाले कर दिए गए। चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने चारों नाबालिगों को बोकारो के आश्रय गृह सहयोग विलेज में आवासित कराया।

अलेप्पी एक्सप्रेस पर सवार होने से पहले ही पकड़ लिए गये तस्कर
आरपीएफ अधिकारियों ने बताया कि देवघर के रहने वाला रामजीत चारों नाबालिग को लेकर सड़क मार्ग से धनबाद आया था। उसका साथी राधेश्याम धनबाद स्टेशन पर पहले से ही मौजूद था। प्लेटफॉर्म 7 पर धन बदल अलेप्पी एक्सप्रेस खड़ी थी।

ट्रेन पर सवार होने ही वाले थे, तभी आरपीएफ की टीम पहुंच गई। आरपीएफ को देखते ही दोनों तस्कर अलग- अलग होकर इधर-उधर छिपने लगे। भागने के दौरान उन्हें घेर कर पकड़ा गया।

केरल में रहते राधे श्याम बन गया लेबर सप्लायर 
पूछताछ में राधेश्याम सिंह ने बताया कि वह और रामजीत दोनों चेन्नई में काम करते हैं। पहले केरल की अलग-अलग फैक्ट्री में काम करते थे। अब पिछले 6 महीने से एक ही फैक्ट्री में काम करते हैं। केरल में रहने के दौरान ही वेल लेबर सप्लायर भी बन गया।

विभिन्न फैक्ट्री में अलग-अलग जगह से मजदूरों की आपूर्ति करने लगा। केरल की कुछ कंपनियों ने जोखिम भरे काम के लिए मजदूर लाने का काम सौंपा।

इस काम के लिए राधेश्याम ने रंजीत से संपर्क किया और उसे 20000 रुपये एडवांस देकर देवघर से मजदूर लाने को भेजा। रामजीत देवघर आया और पैसे का लालच देकर चार नाबालिगों को अपने झांसे में ले लिया।

रामजीत ने ही किया आधार कार्ड में फर्जीवाड़ा, नाबालिगों को बनाया बालिग
नाबालिगों से पूछताछ में उन्होंने बताया की रामजीत ने उनका आधार कार्ड ले लिया था। उसी ने आधार कार्ड में फर्जीवाड़ा कर चारों को नाबालिग से बालिग बनाया। उसने केरल में नौकरी के बदले 10-10 हजार रुपये दिलाने की बात कही थी।

स्लीपर क्लास से ले जा रहे धनबाद से पलक्कड़, एक-एक हजार दिया था एडवांस
नाबालिगों को स्लीपर क्लास से अलेप्पी एक्सप्रेस से धनबाद से पलक्कड़ ले जाया जा रहा था। रास्ते में खाने-पीने और अन्य खर्चो के लिए प्रत्येक को एक-एक हजार एडवांस भी दिया गया था। आरपीएफ ने रामजीत के पास से एक प्लेटफार्म टिकट और अलेप्पी एक्सप्रेस का छह आरएसी टिकट बरामद किया है। साथ ही 740 रुपये नगद और टच स्क्रीन मोबाइल भी बरामद किया गया है।

कौन-कौन थे शामिल
आरपीफ सीआइबी इंस्पेक्टर अरविंद कुमार राम, एएसआइ सुशील कुमार, शशिकांत तिवारी, बृजेश कुमार, तनवीर खान और विकास कुमार।

आधार फर्जीवाड़ा कर नाबालिगों को बालिग बनाने की पांच दिनों में दूसरी घटना
आधार फर्जीवाड़ा कर नाबालिगों को बालिग बनाने की पांच दिनों में दूसरी घटना है। इससे पहले रविवार को साहिबगंज के पांच नाबालिगों के साथ वहीं के लेबर सप्लायर नूर इस्लाम को आरपीएफ ने गिरफ्तार किया था।