नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) बीते कई समय से लगातार चर्चा में बने हुए हैं। शराब घोटाले के चलते इन दिनों तिहाड़ जेल बंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। इस सिलसिले में कोर्ट ने उन्हें 15 अप्रैल तक की न्यायिक हिरासत में भेजा है। जेल जाने के बाद से ही सीएम की सेहत से जुड़ी कई अपडेट्स सामने आ रही है।

बीते दिनों सामने आई खबर के मुताबिक जेल जाने के बाद केजरीवाल का वजन करीब 5 किलो कम हो गया है। इतना ही नहीं डायबिटीज का शिकार होने की वजह से उनका ब्लड शुगर लेवल काफी नीचे गिर चुका है। ऐसे में डायबिटीज और वेट लॉस के कनेक्शन और लो ब्लड शुगर के बारे में विस्तार से जानने के लिए हमने फरीदाबाद के मेट्रो हॉस्पिटल में एंडोक्रिनोलॉजी और डायबेटोलॉजी के निदेशक डॉ. अरुण कुमार सी. सिंह से बातचीत की-

क्या है हाइपोग्लाइसीमिया?

डॉक्टर बताते हैं कि लो ब्लड शुगर या हाइपोग्लाइसीमिया, एक ऐसी स्थिति है जिसमें खून में ग्लूकोज (चीनी) की मात्रा सामान्य से कम हो जाती है। डायबिटीज वाले लोग आमतौर पर इसका अनुभव करते हैं। खासकर अगर वे बहुत ज्यादा मात्रा में इंसुलिन या अन्य दवाएं लेते हैं, जो ब्लड शुगर को कम करती हैं, तो यह स्थिति होना आम है।

हाइपोग्लाइसीमिया के लक्षण

अस्थिरता या कंपकंपी
पसीना आना
दिल की तेज धड़कन
ब्लर विजन
मूड बदलना
दौरे पड़ना
गंभीर स्थितियों में बेहोशी
हाइपोग्लाइसीमिया के कारण?
हाइपोग्लाइसीमिया तब होता है, जब आपका ब्लड शुगर हेल्दी लिमिट से नीचे चला जाता है। डायबिटीज वाले लोगों में इस स्थिति के कई कारण हो सकते हैं। अगर भोजन, व्यायाम और डायबिटीज की दवाएं जैसी चीजें असंतुलित हों, तो हाइपोग्लाइसीमिया हो सकता है। इसके अन्य कारण निम्न हैं-

बहुत अधिक इंसुलिन लेना

इंसुलिन और कार्ब सेवन का सही समय पर न होना
ओरल डायबिटीज पिल्स की बहुत ज्यादा खुराक लेना।
सामान्य से अधिक सक्रिय रहना
बिना खाए शराब पीना
देर से भोजन करना या न करना
डाइट में फैट, प्रोटीन और फाइबर का न होना