बेगूसराय में दिनदहाड़े सेवानिवृत शिक्षक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। कारण बस इतना था कि वह भी पत्रकार विमल यादव की तरह एक मर्डर केस के गवाह थे। वह भी अपने बेटे के मर्डर केस में। वह अपने बेटे के हत्यारे को सजा दिलाना चाहते थे। इस कारण अपराधियों ने दिनदहाड़े उन्हें गोली मार दी। घटना के बाद हड़कंप मच गया। आसपास के लोगों की भीड़ लग गई। इधर, सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन में जुट गई। 

घटना बछवारा थाना क्षेत्र के फतेहा हॉल्ट के पास समीप की है। मृतक की पहचान फतेहा निवासी जवाहर चौधरी के रूप में की गई है। 2 वर्ष पूर्व सेवानिवृत शिक्षक के छोटे पुत्र की भी अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। ग्रामीणों के अनुसार जमीनी विवाद में अपराधियों द्वारा घटना को अंजाम दिया गया है। पुलिस के अनुसार, अपराधियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है। आरोप यह भी है कि पुत्र के हत्यारे ने वारदात को अंजाम दिया है। इस एंगल को गंभीरता से लिया गया है। जांच की जा रही है। कुछ संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है। 

परिजनों का कहना है कि जवाहर चौधरी मॉर्निंग वॉक पर निकले थे। इसी दौरान बाइक सवार अपराधी आए और गोली मार दी। गोली लगने ही वह जमीन पर गिर गए। घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि पुत्र की हत्या के मामले में उनकी गवाही होनी थी और। इस वजह से अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दिया है। लोगों का कहना है कि दिनदहाड़े मर्डर से इलाके में दहशत का माहौल है। इस वारदात के बाद लोग पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं। वहीं पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस मामले में शामिल सभी अपराधियों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी। 

दो दिन पहले अररिया के रानीगंज में दिनदहाड़े दैनिक अखबार के पत्रकार विमल यादव (36) की हत्या कर दी गई। अपराधियों ने घर के दरवाजे पर चढ़कर मेन गेट खुलवाया। जैसे ही पत्रकार गेट पर आए वैसे ही सीने में गोली दाग दी।