बीजिंग । बगावत से डरे ‎जिन‎पिंग ने चीन की परमाणु फोर्स में बड़ा बदलाव ‎किया है। जानकारी ‎मिली है ‎कि चीन ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी में बड़ा बदलाव करके पूरी दुनिया को हैरान कर दिया है। दुनियाभर के रक्षा विशेषज्ञ चीन के इस कदम पर हैरानी जता रहे हैं। खबर है ‎कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने परमाणु हथियारों वाली स्पेशल यूनिट के दो टॉप लीडर्स को पद से हटाकर नए लोगों को नियुक्त किया है। इसके कारण रॉकेट फोर्स के आंतरिक कामकाज पर सवाल उठ रहे हैं। जिनपिंग ने अपने परमाणु हथियारों की जिम्मेदारी वांग ह्युबिन को सौंप दी है। वह 2020 तक चीन की नौसेना के डिप्टी कमांडर रहे हैं। अब उन्हें चीनी सेना की रॉकेट फोर्स की जिम्मेदारी दी गई है। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) रॉकेट फोर्स यूनिट का नेतृत्व करने वाले जनरल ली युचाओ और उनके डिप्टी महीनों के लिए गायब हो गए थे। हालां‎कि अब पूर्व उप नौसेना प्रमुख वांग हाउबिन और पार्टी केंद्रीय समिति के सदस्य जू ज़िशेंग को प्रतिस्थापन के रूप में नामित किया गया था। यह लगभग एक दशक में बीजिंग के सैन्य नेतृत्व में सबसे बड़ा अनियोजित झटका है।
मी‎डिया रिपोर्ट के अनुसार, वांग हुबिन पहले नौसेना के डिप्टी कमांडर थे, अब जनरल रैंक के साथ रॉकेट फोर्स के कमांडर हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि जू ज़िशेंग अब रॉकेट फोर्स के राजनीतिक कमिश्नर हैं। उन्होंने पहले वायु सेना के दक्षिणी थिएटर कमांड में कार्य किया था। एमआईटी विशेषज्ञ एम टेलर फ्रैवेल ने कहा कि 40 वर्षों में यह पहली बार है कि शीर्ष भूमिका रॉकेट यूनिट के बाहर से किसी को दी गई है। बाहरी व्यक्ति की नियुक्ति अक्सर तब होती है जब विभाग के प्रबंधन के बारे में गंभीर चिंताएं होती हैं। गौरतलब है ‎कि कुछ समय पहले तक ली युचाओ रॉकेट फोर्स के कमांडर थे। अब कथित तौर पर उनके दो डिप्टी के साथ अनुशासनात्मक उल्लंघन के लिए जांच चल रही है।