चंडीगढ़। कांग्रेस के विधायक सुखविंदर सिंह कोटली ने मुख्यमंत्री भगवंत मान की ओर से उनके खिलाफ की गई टिप्पणी को लेकर आज लगातार दूसरे दिन भी विधानसभा के बाहर धरना दिया और उनसे माफी मांगने को कहा हालांकि कल उनके साथ पार्टी के कई विधायक भी साथ दे रहे थे।लेकिन आज वह अकेले ही धरने पर बैठे हुए हैं लेकिन आज एक दिलचस्प स्थिति उस समय पैदा हो गई कि जब आम आदमी पार्टी के विधायक मनजीत सिंह बिलासपुरी भी विधानसभा के द्वार पर पहुंचे तो पत्रकारों ने सुखविंदर कोटली के सामने ही घेर लिया।मनजीत सिंह बिलासपुरी ने कहा कि यह सब ड्रामेबाजी की जा रही है। दलितों का जितना सम्मान आम आदमी पार्टी की ओर से किया गया है उतना कभी किसी पार्टी ने नहीं किया। उनका इतना कहते ही दोनों विधायकों में अनुसूचित जाति के लिए गए काम को लेकर बहस शुरू हो गई।दोनों नेता मीडिया के अलग-अलग ग्रुपों से बात करने लगे। सुखविंदर कोटली ने मनजीत सिंह बिलासपुरी को चुनौती देते हुए कहा कि अगर उनमें हिम्मत है तो वह दलितों का डिप्टी सीएम बना कर दिखाएं, बेशक आपको ही बना दें। मैं अपना आंदोलन वापस ले लूंगा।उन्होंने कहा कि सरकार को बने हुए दो साल हो गए हैं लेकिन अभी तक अनुसूचित जाति कमीशन का चेयरमैन और एक भी सदस्य नहीं लगाया गया है बल्कि एक बिल लाकर अनुसूचित जाति कमीशन के सदस्यों की गिनती कम कर दी गई है। मनजीत सिंह बिलासपुरी के पास इन सवालों के जवाब दिखाई नहीं पड़ रहे थे।