जयपुर | आज के समय में ज्यादातर युवक-युवतियां अपने करियर और धन कमाने के पीछे भाग रहे हैं। वहीं, सिरोही जिले के आबू रोड में देशभर से आईं 400 से ज्यादा युवा बहनों ने अपना जीवन ब्रह्माकुमारीज संस्थान को समर्पित कर दिया। ये समर्पण अपने आप में इसलिए खास है क्योंकि इन युवतियों ने भगवान शिव को साक्षी मानकर शिवलिंग के साफ फेरे लेकर लगाकर वरमाला पहनाई और सात वचन भी दिए। अब इन युवा बहनों का पूरा जीवन परमात्मा की याद और मानवता की सेवा में गुजरेगा। कार्यक्रम का आयोजन ब्रह्माकुमारीज संस्थान के आबू रोड स्थित डायमंड हॉल में आयोजित किया गया था।

जानकारी के अनुसार सांसारिक जीवन का त्याग करने वाली ये सभी युवा बहनें पढ़ी लिखी हैं। किसी ने एमए, एमफिल किया है तो कोई सीए है।कई युवा बहनों ने  लाखों रुपये के पैकेज की नौकरी छोड़कर संयम का पथ अपना लिया है। इन युवा बहनों को उनके माता पिता ने संस्थान की मुखिया दादियों और दीदीयों के हाथों में सौंपकर उनके सफल जीवन की कामना की। उनके समर्पण समारोह में बैड बाजे की भी व्यवस्था की गई थी।

ये सभी युवा बहनें ब्रह्माकुमारी आश्रम में कम से कम 5 साल समर्पित जीवन गुजार चुकीं हैं। अब इन्होंने भगवान शिव को अपना जीवन समर्पित कर दिया है अब इन्हें ब्रह्माकुमारी कहा जाएगा। ब्रह्माकुमारी बनने की पूरी प्रक्रिया होती है। शुरुआती पांच साल में ब्रह्माकुमारी आश्रम में रहना पड़ता है, इस दौरान अगर कोई चाहे तो पुनः पुराने जीवन में लौट सकता है। बतादें कि विश्व की सबसे बड़ी आध्यात्मिक संस्था ब्रह्माकुमारीज का प्रबंधन हमेशा स्त्री प्रधान रहा है।