भोपाल। बच्चों की पढ़ाई में जबर्दस्त बदलाव हो रहे हैं। 10 प्लस 2 का फॉर्मेट जल्द ही खत्म हो जाएगा। इसकी जगह राष्ट्रीय शिक्षा नीति में अब 5 प्लस 3, 3 प्लस 4 का फॉर्मेट लागू होगा। पहले एक से 12वीं तक की पढ़ाई में 12 साल और 5 साल की उम्र जोडक़र कुल 17 साल लगते थे। अब तीन साल की उम्र पढ़ाई शुरू होगी। केंद्रीय विद्यालय संगठन की सहायक आयुक्त रानी डांगे ने यह बात बताई।
एमईपी के तहत केंद्रीय विद्यालयों में यह फार्मेट जल्द ही लागू होगा- केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-2 में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने बताया कि एमईपी के तहत केंद्रीय विद्यालयों में यह फार्मेट जल्द ही लागू होगा। तीन साल तक बच्चे बाल बाटिका में पढ़ेगे। यानी 6 साल की उम्र में कक्षा एक में आएंगे। इस तरह 18 साल में 12वीं कक्षा पूरी होगी। इसके अलावा भविष्य की जरूरतों के आधार पर स्किल कोर्स शुरू किए जा रहे हैं। सीबीएसई के रीजनल ऑफिसर विकास कुमार अग्रवाल ने बताया कि सत्र 2022-23 में पायलट आधार पर स्थायी भवन वाले 49 केवीएस में 3, 4 और 5 आयु वर्ग के लिए तीन बाल वाटिका कक्षाओं का एक खंड खुला है। इनमें 40-40 सीटें हैं। भोपाल के तीन स्कूलों केवी-1,2 और 3 में यह कक्षाएं चल रही हैं। इनमें एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम चलेगा।
नवोदय एवं केंद्रीय विद्यालयों ने कक्षा 9वीं एवं 10वीं में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर कोर्स शुरू किया - नवोदय विद्यालय समिति की रीजनल ऑफिसर मृदुला त्रिपाठी ने बताया नवोदय एवं केंद्रीय विद्यालयों ने कक्षा 9वीं एवं 10वीं में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर कोर्स शुरू किया है। इसे सीबीएसई और इंटेल कंपनी के सहयोग से पढ़ाया जा रहा है, जबकि 11वीं व 12वीं में कंपनियों के साथ मिलकर औद्योगिक प्रशिक्षण दिया जाएगा। बच्चों को कंपनियों की विजिट कराई जाएगी।