निगम ने लगाया जुर्माना तो एनएचआई ने कहा-पेडों को किया है ट्रांसप्लांट

 भोपाल । हरे-भरे पेड़ों की कटाई को लेकर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) और इंदौर नगर निगम आमने-सामने आ गए हैं। यह मामला इंदौर जिले के राऊ-मांगलिया बायपास पर एमआर-10 जंक्शन के पास ब्रिज के लिए पेडो की कटाई करने से जुडा है। निगम ने निर्माण एजेंसी पर बिना अनुमति पेड़ों की कटाई का आरोप लगाया है। नोटिस देकर हरियाली खत्म करने के बदले में 43 लाख 20 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। उधर एनएचएआई इस कार्रवाई को गलत बताने में लगा है, क्योंकि अधिकारियों का दावा है कि कटाई के संबंध में कलेक्टर कार्यालय से अनुमति ले रखी है। वहीं कटाई के बजाए पेड़ों को उद्यान में ट्रांसप्लांट किया गया है। हालांकि दोनों पक्षों ने कलेक्टर को पत्र लिखकर पूरे मामले में हस्तक्षेप करने को कहा है। राऊ-मांगलिया बाईपास पर चार ब्रिज बनाए जा रहे हैं, जिसमें राऊ, एमआर-10 जंक्शन, रालामंडल और अर्जुन बड़ौद शामिल हैं। पिछले महीने एमआर-10 जंक्शन ब्रिज के लिए लाभगंगा गार्डन के सामने ग्रीन बेल्ट में लगे 400 पेड़ों को काट दिया। निगम अफसरों के मुताबिक एनएचएआई के पास कटाई के संबंध में कोई अनुमति नहीं थी। इसलिए काम रुकवा दिया है। नोटिस देने के बाद भी एनएचएआई ने जवाब नहीं दिया है। प्रत्येक पेड़ की कीमत 10 हजार रुपये लगाई है। इस लिहाज से 400 पेड़ों के बदले एनएचएआई पर 43 लाख 20 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। उधर एनएचएआइ अधिकारियों की मानें तो उन्होंने पेड़ों की कटाई को लेकर कलेक्टर को सूचित कर अनुमति भी ली थी। फिर भी हमने पेड़ों को काटने के बजाय उद्यान में ट्रांसप्लांट कर दिए। ये पेड़ जीवित स्थिति में हैं। निगम के उद्यानिकी शाखा के प्रभारी जितेंद्र जमीदार ने बताया कि काटे गए पेड़ों का स्थान यानी ग्रीन बेल्ट ब्रिज के निर्माण में आ रहा है। इसके बदले में निगम ने अलग से जमीन मांगी है, जहां नए सिरे से पौधे लगाएंगे और उद्यान बनाया जाएगा। जिला प्रशासन को पत्र लिखा गया है। यहां पौधारोपण का खर्च एनएचएआई से वसूलेंगे। एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर सुमेश बांझल का कहना है कि कलेक्टर कार्यालय से अनुमति ली थी। न एनएचएआई और न निर्माण एजेंसी जुर्माना भरेगी। हमने पेड़ों को पूरी तरह काटा नहीं है, बल्कि ऊपर से छंटाई कर निचले हिस्से को ट्रांसप्लांट किया है। इन्हें बायपास के पास उद्यान में लगाया है। पेड़ों की स्थिति भी अच्छी है।