महावीर मय हुआ नगर, जियो और जीने दो
नीमच से राजेश भंडारी
महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव में उमड़ा आस्था का जनसैलाब
नीमच । अहिंसा के अवतार भगवान महावीर स्वामी का जन्मोत्सव सकल जैन श्री संघ के तत्वाधान में गुरुवार को सुबह 6बजे प्रभात फेरी से हुआ। इसके साथ ही 8:15 बजे पुस्तक बाजार स्थित भीड़ भंजन पार्श्वनाथ मंदिर से भव्य शोभायात्रा प्रारंभ हुई ।कमल चौक बारादरी घंटाघर पुस्तक बाजार भीड़ भंजन पारसनाथ मंदिर होते हुए राठौर परिसर पहुंचकर धर्म सभा के रूप में परिवर्तित हो गई ।इस अवसर पर 21 भाग्यशाली उपहार खोलकर समाज जनों को सम्मानित किया गया । रथ यात्रा में सबसे आगे तीन युवक स्वर्णिम एवं जिन शासन की ध्वजा धर्म ध्वजा लिए चलाय मान थे ।घोड़ों पर नन्हे बच्चे सवार थे ।दो युवक स्वर्ण छतरी लिए पैदल चलाय मान थे महिलाएं पंक्ति बंद होकर पितांबरी लाल गुलाबी साड़ियां परिधानों में चल रही थी। तो कई महिलाओं ने 14 सपने शिरोधार्य किए थे ।तो कई महिलाऐ अमृत कलश शिरोधार्य किए चलाय मान थी ।तो कई महिलाएं जिन शासन की ध्वजा लहराती चल रही थी। तो कई महिलाएं तिरंगे वाली पगड़ी पहन कर सहभागी बनी थी। बैंड पर महावीर स्वामी के जीवन चरित्र पर आधारित आज महावीर जयंती है सारे संसार में मनती है... आदि के भजन की स्वर लहरियां बिखर रही थी। चांदी तथा स्वर्ण से निर्मित बैवान में महावीर स्वामी की प्रतिमा को फूलों से श्रृंगारित किया गया था ।मार्ग में स्थान स्थान पर महिला श्रद्धालु भक्तों द्वारा अक्षत स्वास्तिक गहुलीकर साध्वी जी धैर्य निधि मसा से आशीर्वाद ग्रहण किया गया । कई श्रद्धालुओं द्वारा भगवान महावीर स्वामी की पूजा और आरती भी की गई तो कई श्रद्धालुओं ने श्रीफल चढ़ाकर प्रसाद वितरण भी किया। मार्ग में स्थान स्थान पर अनेक तोरण द्वार सजाकर समाज जनों द्वारा शोभा यात्रा की अगवानी कर स्वागत किया गया।मार्ग मैं जैन सोशल ग्रुप संस्कार ,नीमच रेडीमेड एसोसिएशन ,वीरवाल मित्र मंडल, जायसवाल समाज ,अग्रवाल समाज, पोरवाल समाज सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों ने पुष्प वर्षा एवं स्वल्पाहार छाछ आदि का वितरण किया। शोभायात्रा में भाजपा जिला अध्यक्ष पवन पाटीदार पूर्वनपा अध्यक्ष राकेश पप्पू जेन मनोहर सिंह लोढ़ा जम्बुकुमार जैन श्री संघ अध्यक्ष अनिल नागौरी सचिव मनीष कोठारी अखेसिंह कोठारी ,सुनील कटारिया , अनिल नाहटा,शौकीन जैन राहुल जैन पंकज हर्षिता भामावत गिरिराज उषासोनी विनय मोनिका पगारिया अजय ललिता मेहता कमलेश शिवांगी मोगरा अंकुर अंजू लोढ़ा गौरव मिशैल बरडिया, आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे। धर्म सभा के बाद समस्त नवकार मंत्र अराधको का साधार्मिक वात्सल्य मिडिलस्कूल ग्राउंड पर रखा गया जिसमें बरसों बाद पहली बार श्रद्धालु भक्तों को प्राकृतिक पानी के झरणों की रिमझिम फुहारों की मदमस्त ठंडी बयार के बीच भूमि पर विराजित कर लकड़ी की चौकी पर थाली में परोसगारी कर प्राचीन भारतीय ऋषि संस्कृति के अनुसार भोजन प्रसाद करवाया गया। यह अनूठा आयोजन पूरे शहर में वार्ता का विषय बना। कार्यक्रम संयोजन में 7 वर्षीय तप मंडल के मार्गदर्शन में श्री जैन श्वेतांबर भीड़ भंजन पारसनाथ मंदिर ट्रस्ट श्री संघ श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ श्री दिगंबर जैन समाज श्री साधुमार्गी जैन श्रावक संघ सो धर्म वृहत तपोगच्छीय त्रिस्तुतिक श्री संघ नीमच सिटी जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा नीमच वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ नीमच सिटी आदि के संयुक्त तत्वाधान में आयोजन का उल्लेखनीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। राठौर परिसर में आयोजित धर्मसभा में साध्वी धेर्य निधि श्री जी महाराज साहब ने कहा कि महावीर की वाणी को पहले घट घट में पहुंचाएं तभी वह घर-घर में पहुंचेंगे रात्रि भोजन का त्याग करना आवश्यक है। महावीर के अनुसार संसार में एक भी जीव प्रेम सेवा से बाकी नहीं रहे ऐसा प्रयास हम सभी को करना चाहिए ।पहले हम परिवार के प्रिय बने तभी हम लोकप्रिय बनेंगे और लोकप्रिय बनेंगे तभी हम प्रभु के प्रिय बनेंगे और महावीर ने सदैव यही चाहा कि सभी प्रेम से सभी के प्रिय बने हमें प्रेम को प्रोत्साहन देना होगा।महावीर स्वामी ने तो नफरत में भी चाहत को पसंद किया। कष्ट देने वाले को भी सद्गति प्रदान की थी ।किसी को कुछ नहीं दे पाए तो दो बूंद आंसू के ही दे दिए थे।हमारे पास गाड़ी है बंगला है परिवार है सब कुछ है जहां चाहत है वहां सब कुछ होता है प्रभु ने हम से प्रेम किया इसलिए हमें सब कुछ दिया है तो फिर हम भी सब को सब कुछ देना सीखे क्या कभी हमने उस सफाई कर्मी को धन्यवाद दिया है जो हमारे लिए सुबह 5बजे उठकर सड़क और नाली को सफाई करता है हमें धन्यवाद देना सीखना चाहिए हमें उसे एक कप चाय पिलाना चाहिए तभी तो प्रेम आगे बढ़ेगा ।हमें प्रेम की शुरुआत घर परिवार से करनी होगी ।हमें एक दूसरे को अच्छे कार्यों के लिए धन्यवाद देना सीखना चाहिए तभी प्रेम शब्द आगे बढ़ेगा ।हम घर में हमारे परिवार के सदस्य जो हमारे 98% अपेक्षाएं पूरी करते हैं। लेकिन कभी 2% अपेक्षाएं पूरी नहीं हो पाती है तो हम उसे याद रखते हैं। जबकि 98% अपेक्षाएं जो पूरी की गई है उन्हें भी याद कर धन्यवाद देना चाहिए लेकिन हम इस पर चिंता नहीं करते हैं हमें चिंतन करना होगा कि हम प्रेम की शुरुआत क्यों नहीं कर पा रहे कोरोना काल में जब पिता पुत्र को भाई भाई को हाथ नहीं लगा रहा था उस समय सफाई कर्मियों ने ही हमारे परिवार जनों का अंतिम संस्कार किया था क्या कभी अपने सब्जी वाले दूध वाले को धन्यवाद दिया है जो सर्दी गर्मी बारिश में हमें यह वस्तुएं देने आता है ।हमने ट्रेन यात्रा के बाद कभी ट्रेन ड्राइवर को धन्यवाद दिया जो रात भर जाग कर हमें हमारी मंजिल तक पहुंचाता है तो आखिर हम प्रेम और धन्यवाद कब शुरू करेंगे ।हम दुनिया को सुख नहीं दे सकते हैं कोई बात नहीं लेकिन दुनिया को दुखी नहीं दे यह ताकत तो हमारे पास सो प्रतिशत है ,7 वर्षी तप मंडल साधुवाद का पात्र है जिन्होंने भोजन को प्रसाद के रूप में विराजित कर अतिथि सत्कार के साथ करवाया। और प्राचीन ऋषि संस्कृति को लोगों को याद दिलाया यह भी कोई अतिथि संस्कृति है। धन्यवाद के दो शब्द घर को स्वर्ग बना सकते हैं। हम होटल में ठहरते हैं और ड्राइवर कार में सोता है चिंतन का विषय है जो ड्राइवर हजारों किलोमीटर की यात्रा कर सुरक्षित पहुंचाता है। क्या उसकी चेन की नींद पूरी होना आवश्यक नहीं है हमें विचार करना चाहिए आखिर हम प्रेम को प्रोत्साहन कब देंगे। बच्चों में संस्कारों की कमी है। बच्चों में बचपन से ही प्रेम संस्कार देना आवश्यक है तभी वह बड़े होकर प्रेम व्यवहार को आगे बढ़ा सकते हैं ।हृदय में प्रेम का स्थान नहीं बनाया हमने हम दुश्मन पात्र को ज्यादा याद करते हैं और मित्र को याद ही नहीं करते हैं चिंतन का विषय है ।जिसने में प्यार किया उसे तो हम याद नहीं करते हैं और जो हमारा दुश्मन होता है उसे बार-बार याद करते हैं। विचारणीय प्रश्न है। हमें परोपकार की गति को बढ़ाना चाहिए तभी हमारा जीवन सुखी हो सकता है। दूसरे को अच्छा करने के लिए प्रेरणा देना चाहिए महावीर ने 12वर्ष तक तपस्या की थी ।और मोक्ष को प्राप्त किया महावीर ने दूसरों के लिए तपस्या की इसीलिए तीर्थंकर कहलाए। धर्म सभा में सांसद सुधीर गुप्ता सहकारी बैंक के मदन लाल राठौड़ ,महेंद्र भटनागर ,राकेश भारद्वाज,मध्य प्रदेश शासन के सूक्ष्मा लघु मध्यम उद्यम तथा विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा ,मध्य प्रदेश शासन के पूर्व मंत्री नरेंद्र नाहटा ,विधायक दिलीप सिंह परिहार, उमराव सिंह राठौड़ ,पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष राकेश पप्पू जैन आदि गणमान्य अतिथि उपस्थित थे। सभी अतिथियों द्वारा साध्वी जी से आशीर्वाद ग्रहण किया गया।