नई दिल्ली। मराठी भाषा विवाद के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने कहा है कि सभी भारतीय भाषाएं राष्ट्रीय भाषाएं हैं।  आंबेकर दिल्ली में प्रांत प्रचारकों की तीन दिवसीय बैठक के बाद आयोजित प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में बोल रहे थे।  इस दौरान उन्‍होंने कई जानकारी साझा की।  साथ ही कहा कि संघ के स्वयंसेवक जातीय हिंसा से जूझ रहे मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच बातचीत को बढ़ावा देकर राज्य में तनाव में कमी लाने का प्रयास कर रहे हैं और धीरे-धीरे शांति लौट रही है।  
आरएसएस नेता सुनील आंबेकर से एक पत्रकार ने हालिया भाषा विवाद को लेकर सवाल पूछा था।  इस पर आंबेकर ने कहा कि संघ का हमेशा से यह रुख रहा है कि भारत की सभी भाषाएं राष्ट्रीय भाषाएं हैं।  लोग अपने-अपने स्थानों पर अपनी भाषा बोलते हैं।  प्राथमिक शिक्षा उसी भाषा में दी जानी चाहिए, जिसकी सभी मांग कर रहे हैं।  यह पहले से ही स्थापित है। 
सुनील आंबेकर ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में कहा कि दिल्ली में प्रांत प्रचारकों की तीन दिवसीय बैठक में शामिल प्रतिनिधियों ने मणिपुर की मौजूदा स्थिति और राज्य में हो रहे सकारात्मक घटनाक्रमों के बारे में जानकारी साझा की। आंबेकर ने रविवार को संपन्न हुई बैठक के निष्कर्षों के बारे में जानकारी देते हुए कहा, ‘‘देशभर से लोग बैठक में शामिल होने आए।  उन्होंने यह भी जानकारी साझा की कि (आरएसएस के) स्वयंसेवक कैसे जल्द से जल्द वहां (मणिपुर में) शांति बहाल करने और सद्भाव स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं।