जयपुर । राजस्थान विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान प्रदेश में साइबर अपराध, भांकरोटा अग्निकांड और कोचिंग छात्रों की काउंसलिंग के मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ साइबर अपराध को लेकर भाजपा विधायक दीप्ति किरण माहेश्वरी की ओर उठाए गए सवाल पर गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह ने जवाब दिया उन्होंने कहा कि पिछले सालों की तुलना साइबर क्राइम कम हुए हैं. इसपर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने आंकड़ों में तथ्य छुपाने का आरोप लगाया और कहा कि सरकार सही जवाब नहीं दे रही है।
भांकरोटा अग्निकांड पर बीजेपी विधायक गुरवीर सिंह ने भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति नहीं होने पर सवाल किया तो सरकार की ओर से मंत्री मंजू बाघमार ने आश्वस्त किया कि सरकार इस तरह की घटना को लेकर गंभीर है. कोटा कोचिंग में छात्रों के सुसाइड और काउंसलिंग के साइकोलॉजिस्ट की नियुक्ति को लेकर भी सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच नोकझोंक हुई. हालांकि, बाद में विधानसभा अध्यक्ष ने दोनों पक्षों को चेतावनी देकर मामले को शांत किया. इसके अलावा प्रश्नकाल में चिकित्सालय क्रमोन्नत करने, पीलीबंगा में न्यायालय स्थापना करने, उज्ज्वला योजना कनेक्शन जारी करने आदिवासी क्षेत्रों में आंगनबाड़ी केन्द्रों पर दिए जा रहे पोषाहार को जांच सहित कई सवाल-जवाब हुए। भाजपा विधायक दीप्ति किरण माहेश्वरी ने प्रदेश में अपराधों की रोकथाम के लिए किए गए प्रभावी रूप से कार्यों को लेकर सवाल किया तो जवाब में गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने कहा देश में अपराध होता है तो उस पर कार्रवाई की जाती है. राजस्थान में डीग, अलवर, भरतपुर, जयपुर, जोधपुर जोन में साइबर अपराध है. इसका प्रभाव राजस्थान के अन्य जिलों में पड़ा इसके उपाय के लिए राजस्थान की सरकार साइबर थाने के गठन किया गया. 27 प्रदेशों के साइबर एक्सपर्ट को राजस्थान बुलाकर कार्यशाला आयोजित की गई। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली खड़े हुए और कहा कि साइबर क्राइम बढ़ा है या घाटा, ये आंकड़े सही तरीके से मेंशन नहीं है. सरकार ये बताएं कि डिजिटल अरेस्ट के लिए सरकार कोई कानून बनना चाहती है या नहीं ? कितने लोगों को मुकदमा दर्ज किया, कितने लोगों को अरेस्ट किया? इसके बाद गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह ने कहा कि कांग्रेस सरकार अपराधों पर अंकुश नहीं लगा पाई थी, लेकिन हमने लगाया. इनके समय पुलिस साइबर अपराधियों के घर जाती थी तो पुलिस पिटती थी, आंकड़ा पेश किया गया वह सही है।