बच्चों ने छुट्टियों में होमवर्क किया या शरारतें... अभिभावक-शिक्षक में होगा संवाद
करनाल। मंगलवार से सभी स्कूल खुलने जा रहे हैं। एक महीने की गर्मियों की छुट्टियों के बाद विद्यार्थियों की पढ़ाई फिर शुरू होने जा रही है। ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान विद्यार्थियों को स्कूल की ओर से गृहकार्य दिया गया था। उन्होंने किसी प्रकार से वह कार्य किया है। अपने माता पिता को परेशान किया है, इन सभी बातों को जानने के लिए जिला शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार जिले के 484 राजकीय प्राथमिक स्कूलों में पीटीएम यानि अभिभावक-शिक्षक संवाद कार्यक्रम पांच जुलाई को होने जा रहा है।
सभी स्कूल मुखिया को इसका रिकॉर्ड भी रखना होगा, क्योंकि इसकी रिपोर्ट शिक्षा निदेशालय भेजी जा सकती है। राजकीय प्राथमिक विद्यालय के मुखिया को अपने क्लस्टर मुखिया को एक रिपोर्ट बनाकर भेजनी होगी, वहीं, कलस्टर को ब्लाक कार्यालयों को यह रिपोर्ट भेजनी होगी। मुख्यालय से प्राप्त पत्र मिलने के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारी पीटीएम की तैयारियों में जुट गए हैं। राजकीय प्राथमिक विद्यालयों में बाल वाटिका एक से कक्षा 5वीं तक के विद्यार्थियों के लिए पीटीएम बैठक के सिलसिले में विभाग के अधिकारियों ने संबंधित अधिकारियों को पत्र लिखा है। इसमें कहा गया है कि सभी प्राथमिक विद्यालयों में निपुण हरियाणा और एनसीएफएफएस पर आधारित रचनात्मक और व्यावहारिक ग्रीष्मकालीन गृहकार्य प्रदान किया गया था। जिससे विद्यार्थी को अपने परिवार के सदस्यों के सहयोग से पूरा करना था, ताकि अभिभावकों की सक्रिय भागीदारी को विद्यार्थियों की शिक्षा में बढ़ावा दिया जा सके।
अभिभावकों से करेंगे विद्यार्थियों को लेकर चर्चा
जिला निपुण कोआर्डिनेटर विपिन कुमार ने बताया कि आने वाली पांच जुलाई को जिले के स्कूलों में पीटीएम रखी गई है। इसमें अभिभावकों से विद्यार्थियों के विषय में चर्चा की जाएगी। बच्चों की रुचि पर चर्चा होगी।
स्कूल मुखिया भेजेंगे रिपोर्ट
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि पीटीएम के लिए सभी स्कूलों में तैयारी की जा रही है। पांच जुलाई को अभिभावक-शिक्षक संवाद बैठक होगी। जिसमें, विद्यार्थियों की शिक्षा से संबंधित विषयों पर चर्चा होगी। अभिभावक अपनी समस्या स्कूल में बताएंगें।
अभिभावकों का किया जाएगा स्वागत
पीटीएम के दौरान अभिभावकों का स्वागत किया जाएगा। इसके बाद मटका दौड़, नीबू दौड़, तोल-पैर दौड, रस्साकशी प्रतियोगिताएं आयोजित होगी। अभिभावकों से उनके बच्चों के ग्रीष्मकालीन अवकाश के बारे में पूछा जाएगा। अभिभावकों को यह बताया जाएगा कि बच्चों के विकास में स्कूल किस प्रकार कार्य कर रहा है।वहीं, अभिभावकों की प्रतिक्रिया को शिक्षकों को समझना होगा। बच्चों के प्रदर्शन पर बात की जाएगी।