राजसमंद जिले की देवगढ़ तहसील स्थित मियाला ग्राम पंचायत निवासी सुमित्रा देवी एकल नारी है। लगभग सात-आठ वर्ष पूर्व पति द्वारा परित्यक्त किए जाने के बाद सुमित्रा देवी के जीवन में आर्थिक कठिनाइयों का दौर शुरू हुआ। अकेलेपन और संघर्षों ने उन्हें कई बार तोड़ने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और अपने आत्मसम्मान से समझौता नहीं किया। एकल नारी को सहारा देकर आत्मनिर्भर बनाने के लिए राज्य सरकार ने कई योजनाएं संचालित कर रखी हैं लेकिन सुमित्रा देवी के पास प्रमाण पत्र नहीं होने से उसको इन योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा था। सुमित्रा देवी जैसे लाखों नागरिक हैं, जो योजनाओं में पात्र हैं लेकिन कागजात के अभाव या प्रक्रिया पूर्ण नहीं कर पाने के कारण लाभ से वंचित हैं। राज्य सरकार  ऐसे लोगों को उनकी ग्राम पंचायत में ही शिविर लगाकर हाथों—हाथ प्रमाण पत्र जारी कर योजनाओं में लाभान्वित करने के लिए  24 जून से 9 जुलाई तक  पंडित दीनदयाल अंत्योदय संबल पखवाड़ा-2025 आयोजित कर रही है। 

मियाला में गुरूवार को आयोजित शिविर में  सुमित्रा देवी ने ‘एकल नारी प्रमाण पत्र’ का आवेदन किया।  आवेदन की हाथों-हाथ जांच कर  प्रमाण पत्र प्रदान कर दिया गया। यह प्रमाण पत्र केवल सरकारी सुविधा का दस्तावेज नहीं बल्कि उनके साहस और संघर्ष का सम्मान है। उपखंड अधिकारी अर्चना ने उन्हें शिविर में ही प्रमाण पत्र प्रदान कर राहत दी।  इस प्रमाण पत्र के माध्यम से सुमित्रा देवी अब विभिन्न योजनाओं का लाभ ले सकेंगी। 
यह उपलब्धि पंडित दीनदयाल अंत्योदय पखवाड़ा के मूल उद्देश्य - अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक राहत पहुंचाना - को सार्थक करती है।

सुमित्रा देवी ने शिविर आयोजित कर उसका वर्षों से अटका काम करवाने के लिए मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा का आभार व्यक्त किया है।