चंडीगढ़. दिल्ली-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर ट्रैफिक नियमों को तोड़ने वालों के धड़ाधड़ चालान कट रहे हैं.  हरियाणा पुलिस ने दिल्ली चंडीदढ़ नेशनल हाईवे 44 पर लगाए गए सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से अब तक यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले 1 लाख 21 हजार 312 वाहनों के चालान किए हैं. इन कैमरों से आपराधिक गतिविधियों पर भी नजर रखी जाती है ताकि कानून व्यवस्था को बनाए रखा जा सके.

दरअसस, सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने और यातायात नियमों के पालन को लेकर हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने 25 जनवरी को करनाल से अभियान की शुरुआत की थी.

इसके तहत करनाल एक कंट्रोल रूम बनाया गया है, जिससे दिल्ली चंडीगढ एनएच-44   पर अंबाला बॉर्डर से लेकर सोनीपत के कुंडली बॉर्डर तक 19 स्थानों पर 128 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. इनमें से 9 स्थानों पर ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन (एएनपीआर) कैमरे और 12 स्थानों पर सर्विलांस कैमरे लगाए गए हैं. एएनपीआर कैमरों को हरियाणा पुलिस के इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से जोड़ा गया है, ताकि वाहनों का पूरा इतिहास मिल सके. इस राजमार्ग से गुजरने वाले सभी वाहनों पर इन सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से निगरानी रखी जा रही है और यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों के ऑटोमेटिक तरीके से चालान किए जाते हैं.

डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य यातायात नियमों का उल्लंघन नियंत्रित करना, अपराध संबंधी मामलों की जांच में सहयोग करना, वाहनों की निगरानी करना और हॉटलिस्ट वाहनों की खोजबीन करके उनके अलर्ट जारी करना है. इस पूरे प्रोजेक्ट को मौजूदा यातायात प्रबंधन व्यवस्था के साथ जोड़ा गया है जिसे समय-समय पर अपग्रेड किया जाएगा. उन्होंने बताया कि करनाल में स्थापित किए गए नियंत्रण कक्ष से हॉटलिस्ट वाहनों जैसे- चोरी किए गए या आपराधिक गतिविधियों में शामिल वाहनों का डेटा भी जोड़ा गया है जिसे समय-समय पर अपडेट किया जाता है. ये वाहन जैसे ही एनएच-44 से गुजरते हैं, इसका अलर्ट संबंधित पुलिस थाने में जाता है.

डीजीपी कपूर ने बताया कि एनएच-44 पर 72 एएनपीआर, 38 सर्विलांस और 18 एविडेंस कैमरे लगाए गए हैं. ये कैमरे अत्याधुनिक तकनीक से लैस हैं. इन कैमरों के शुरू होने से यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों में सुरक्षा की भावना को भी बल मिलेगा क्योंकि कैमरों के माध्यम से आपराधिक गतिविधियों में शामिल वाहनों, चोरी किए गए वाहनों आदि के बारे में अलर्ट नियंत्रण कक्ष में स्वतः ही पहुंच जाएगा, जिसकी सूचना आवश्यकतानुसार पुलिस थानों में भी भेजी जाएगी. डीजीपी कपूर ने बताया कि हरियाणा में अब तक 12 जिलों में इस प्रकार के कैमरे इंस्टॉल किए गए हैं, जिनमें यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, अंबाला, पानीपत, रोहतक, पंचकूला, गुरुग्राम, मेवात, कैथल, फरीदाबाद और सोनीपत शामिल हैं.

सड़क हादसों में आई कमी

गौरतलब है कि वर्ष 2023 की अपेक्षा वर्ष 2024 में सड़क हादसों में 657 की कमी दर्ज की गई है. इसके साथ ही, वर्ष 2023 की तुलना में वर्ष 2024 में सड़क दुर्घटनाओं में 279 कम लोगों की मृत्यु हुई है और 432 लोग कम घायल हुए हैं. घातक सड़क दुर्घटनाओं के मामलों में भी कमी देखी गई है, वर्ष 2023 में जहां कुल 4652 मामले सामने आए थे वहीं इस वर्ष ये घटकर 4389 रह गए हैं जो पिछले वर्ष की तुलना में 5.65 प्रतिशत कम हैं. वर्ष 2024 में हरियाणा पुलिस द्वारा सड़क सुरक्षा के 2366 जागरूकता अभियान चलाए गए जिनके माध्यम से 3 लाख 16 हजार 414 बच्चों और अन्य लोगों को जागरूक किया गया. इसी प्रकार हरियाणा पुलिस ने प्रदेश में लेन ड्राइविंग की पालना सुनिश्चित करने के लिए समय-समय पर अभियान चलाए जाते हैं जिसके तहत लेन ड्राइविंग नियमों का उल्लंघन करने वाले 3,86,266 वाहन चालकों के चालान किए गए हैं.

डीजीपी की अपील

डीजीपी ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि सड़क सुरक्षा एक महत्वपूर्ण विषय है. आमजन को सड़कों को सुरक्षित बनाने में अपना सहयोग देना चाहिए और वाहनों को निर्धारित गति सीमा में ही चलाना चाहिए. हरियाणा पुलिस द्वारा आमजन को यातायात नियमों के बारे में जागरूक करने के लिए अनेक प्रकार की प्रतियोगिताएं और गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं, लोग उसमें भागीदारी सुनिश्चित करें. उन्होंने कहा कि वाहन चलाते समय लोग मोबाइल फोन आदि का भी इस्तेमाल न करें. व्यक्ति की जरा सी लापरवाही न केवल उनके स्वयं के लिए बल्कि दूसरे व्यक्तियों के लिए भी जानलेवा साबित हो सकती है.