जयपुर । राजस्थान विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त झेलने के बाद कांग्रेस में हार की समीक्षा के दौर के लिए कार्यवाहक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दिल्ली पहुंचे इस बीच गहलोत ने पत्रकारों से बात करते हुए सत्ता में आई भाजपा पर सवाल खड़े किए। गहलोत ने कहा कि भाजपा की रीति-नीति में फर्क है राजस्थान में अब तक पार्टी विधायक दल की बैठक की तारीख तय नहीं कर पाई है, मुख्यमंत्री का सवाल तो बहुत दूर की बात है। गहलोत ने कहा कि इसी जगह अगर कांग्रेस होती, तो भारतीय जनता पार्टी के बयानवीर एक के बाद एक बयान जारी कर कांग्रेस को टारगेट करते. जब इतने दिन तक चेहरा तय नहीं कर सके तो फिर अनुशासन की बात करना बेमानी है. वहीं, गोगामेड़ी हत्याकांड पर गहलोत ने कहा कि एनआईए से जांच की मांग को लेकर भी उन्होंने ही भारत सरकार को पत्र लिखा है, जबकि ये काम नए मुख्यमंत्री का था।
राजस्थान विधानसभा चुनाव में अशोक गहलोत ने बीजेपी पर ध्रुवीकरण करने का आरोप लगाया उन्होंने कहा कि राष्ट्रीयता और हिंदू-मुस्लिम जैसे मुद्दों को जबरन प्रचार में लाया गया. विधानसभा का चुनाव हो रहा है तो विकास कार्यों में कमियों और खामियों का जिक्र होना चाहिए था, लेकिन वो झूठ फैला रहे हैं. हम स्थानीय मुद्दों पर चुनाव लडऩा चाहते थे, लेकिन बीजेपी ने मुद्दों से भटकाने करने का काम किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कन्हैयालाल हत्याकांड मामले को लेकर भाजपा ने झूठा प्रचार कर कांग्रेस को बदनाम करने की कोशिश की. कांग्रेस सरकार ने कन्हैयालाल के परिजनों को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी थी, लेकिन भाजपा ने अपनी रैलियों में 5 लाख रुपए भी नहीं देने की बात कही. इस मामले की जांच एनआईए को सौंप दी गई थी, लेकिन अब तक एक्शन नहीं हुआ है. अगर राजस्थान सरकार जांच करती तो अब तक अपराधियों को सजा मिल चुकी होती। गहलोत ने आरोप लगाया कि यह लोग लोकतंत्र की हत्या करने वाले है यह लोग संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं. सीबीआई का दुरुपयोग किया जा रहा है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के घर पर भी छापा मारा गया, वैभव गहलोत को नोटिस दिया गया. यह खतरनाक खेल चल रहा है, जनता इन्हें आज नहीं तो कल जरूर जवाब देगी। गहलोत ने कहा कि इसके लिए भी उन्होंने भारत सरकार को लिखकर दिया है. एनआईए जांच करे तो इससे कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन ये नई सरकार का काम था. नए मुख्यमंत्री को लिखना चाहिए था. इसलिए जल्द इनका सीएम का फैसला हो और इनकी पोल खुले।