जयपुर। राजस्थान के अजमेर में होटल के कर्मचारियों से मारपीट करने के आरोप में भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS)और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) सेवा के अधिकारियों को मंगलवार देर रात सरकार ने निलंबित कर दिया। अब उनकी गिरफ्तारी की तैयारी है।

IAS अधिकारी गिरधर और IPS अधिकारी सुशील कुमार विश्नोई के खिलाफ दर्ज मामले की जांच अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (विजिलेंस) बीजू जॉर्ज जोसफ को सौंपी गई है। पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा खुद जांच पर निगरानी रख रहे हैं। सुशील के खिलाफ पहले भी दुष्कर्म का आरोप लगा चुकी है।

युवती ने सुशील के खिलाफ 40 ग्राम सोना और करीब 8 लाख रुपए हड़पने का भी आरोप लगाया है। जांच के बाद पुलिस ने FR (अंतिम रिपोर्ट) लगा दी थी।

वहीं, गिरधर और सुशील के साथ मिलकर होटल के कर्मचारियों से मारपीट करने के आरोपित गेगल के पुलिस थाना अधिकारी रुपाराम, सिपाही गौतम और मुकेश यादव, मुकेश जाट, पटवारी नरेंद्र सिंह, हनुमान प्रसाद और सुरेंद्र जाट को भी निलंबित कर दिया गया है।

गिरधर और सुशील को छोड़कर अन्य कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है। बाद में ये जमानत पर रिहा हो गए। सूत्रों के अनुसार गिरधर और सुशील की गिरफ्तारी की तैयारी है।

यह है मामला

सुशील का तीन दिन पहले अजमेर से तबादला हुआ था। रविवार रात को एक रेस्टारेंट में उन्हें विदाई पार्टी दी गई थी। पार्टी खत्म होने के बाद सुशील देर रात करीब 2 बजे गिरधर और अन्य लोगों के साथ एक होटल पर खाना खाने गए थे।

रात अधिक होने के कारण कर्मचारियों ने उन्हें खाना परोसने से मना कर दिया। इससे नाराज होकर सुशील और गिरधर ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर कर्मचारियों से मारपीट की।

दोनों अधिकरियों ने बेल्ट से कर्मचारियों की पिटाई की। अगले दिन सोमवार को होटल के मैनेजर तेजपाल सिंह ने पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। उच्च अधिकारियों से जुड़ा मामला होने के कारण पुलिस ने अज्ञात लोगों द्वारा मारपीट करने की बात अपने रिकार्ड में लिखी।

इससे नाराज होकर राजपूत समाज ने बैठक की। मामला सरकार तक पहुंचा तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर मंगलवार देर रात गिरधर, सुशील सहित 8 लोगों को निलंबित कर दिया गया।