भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रकृति के बिना मानव जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। प्रकृति के साथ खिलवाड़ घातक है। हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए धरती को जीने लायक बनाए रखने के लिए हम सबको व्यक्तिगत स्तर पर पर्यावरण-संरक्षण की दिशा में कार्य करना होगा। अपने जन्म-दिन, वैवाहिक वर्षगाँठ, परिजन की स्मृति तथा जीवन की अन्य उपलब्धियों पर पौधे लगा कर और उनकी देख-रेख की जिम्मेदारी लेकर प्रकृति को हरा-भरा बनाए रखने में अपना योगदान दे सकते हैं। किसान भाई धरती पुत्र हैं, धरती को बचाने की सबसे अधिक जिम्मेदारी उन पर है। विश्व पर्यावरण दिवस पर एक करोड़ 20 लाख पौधे लगाने का अभियान आरंभ कर किसानों ने इस दिवस को सार्थक कर दिया है। मुख्यमंत्री चौहान निवास कार्यालय से विश्व पर्यावरण दिवस पर नर्मदापुरम जिले के सिवनीमालवा के आवली घाट में रुपई एग्रो फाउंडेशन प्राइवेट लिमिटेड के विशाल कृषक एवं नर्मदा संरक्षण संकल्प अभियान का वर्चुअल शुभारंभ कर रहे थे।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पौध-रोपण के इस अभियान से जुड़ी संस्थाओं और 22 हजार किसानों का यह प्रयास अभिनंदनीय हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने रूपई एग्री फॉरेस्ट के संचालक गौरीशंकर मुकाती की "तुम मुझे मेढ़ दो-मैं तुम्हें पेड़ दूँगा" की पहल की सराहना कर उन्हें 'पेड़ बाबा' की उपाधि दी। उन्होंने कहा कि हमें प्रकृति के शोषण नहीं दोहन का दृष्टिकोण अपनाना होगा। मुख्यमंत्री ने दैनिक अनोखा तीर समाचार-पत्र के विशेषांक "तपती धरती" का विमोचन भी किया। उल्लेखनीय है कि माखन नगर, इटारसी, डोलरिया, नर्मदापुरम, सीहोर, रेहटी और भैरूंदा के 22 हजार किसानों द्वारा अपने खेतों में अभियान चला कर पौध-रोपण किया जाएगा।

कृषि मंत्री कमल पटेल ने पौधरोपण के इस अभियान से जुड़े प्रेरक किसानों को जैविक मूंग वितरित कर सम्मानित किया और दुर्घटना बीमा भी प्रदान किया। मंत्री पटेल ने पौध-रोपण कर सभी को पर्यावरण-संरक्षण के लिए प्रेरित किया।

मुकाती ने बताया कि वर्ष 2030 तक 50 करोड़ पौधे लगाने का संकल्प है। इस कार्य में जुड़े सभी किसानों को दुर्घटना बीमा भी प्रदान किया जाएगा। म.प्र. पर्यटन विकास निगम के पूर्व अध्यक्ष तपन भौमिक ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान प्रतिदिन पौधा लगा कर पर्यावरण-संरक्षण के लिए व्यक्तिगत स्तर पर सार्थक प्रयास का श्रेष्ठ उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं। प्रदेशवासियों को भी मुख्यमंत्री चौहान से प्रेरणा लेकर विशेष अवसरों पर पौध-रोपण अवश्य करना चाहिए।

विशेषज्ञ संदीप राय ने कार्बन क्रेडिट के महत्व और डायरेक्टर आईएमपीसी विक्रांत तिवारी ने पौध-रोपण से पर्यावरण तथा जैव विविधता के सरंक्षण संबंधी जानकारी दी। विधायक प्रेम शंकर वर्मा ने भी संबोधित किया। इस दौरान धर्माचार्य, संत एवं बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।