टोंक जिले में गुरुवार देर रात आए अंधड़ ने कोहराम मचा दिया। गांव से लेकर शहर तक हर ओर अंधड़ से जनहानि के साथ मालहानि भी हुई। कहीं पर तेज अंधड़ से मकान की दीवारें ढह गईं तो कहीं पर टीनशेड छप्पर उड़ गए, जिसके चलते नींद में सो रहे लोग मौत के आगोश में चले गए।

बता दें कि टोंक जिले में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें कई मासूम बच्चे अधेड़ व्यक्ति शामिल हैं। हादसे में सबसे बड़ा हादसा टोंक शहर में हुआ, जब देर रात तेज अंधड़ के दौरान टीन शेड़ मकान में सो रहे एक मुस्लिम परिवार में दो मासूम बच्चे और बुजुर्ग सहित तीन लोगों की मौत हो गई। साथ ही परिवार के कई लोग घायल हो गए। पड़ोसियों ने दौड़-दौड़ कर मदद की और जैसे-तैसे सरकारी अस्पताल पहुंचाया।

उधर, हादसे के बाद गुस्साए लोगों ने धन्नातलाई से बड़ा कुआं जाने वाले रोड पर जाम लगाकर विरोध जताया तो मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने समझाइश कर जाम खुलवाया। वहीं, टोडाराय सिंह में दो, मालपुरा में दो निवाई में दो और उनियारा में भी दो लोगों सहित जिले भर में अंधड़ से 12 लोगों की मौत हुई है। 

जिला कलेक्टर चिनमयी गोपाल ने सआदत अस्पताल पहुंच घायलों की कुशलक्षेम पूछी और मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि अब तक हादसों में करीब 12 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। सभी उपखंड अधिकारियों तहसीलदारों और पुलिस अधिकारियों को सर्वे कर जानकारी पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। वहीं, अंधड़ के बाद जिले भर में पिछले 18 घंटे से विद्युत व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई है। शहर से लेकर गांव तक अंधेरे में डूबा हुआ है, अंधड़ से कई विद्युत पोल और लाइनें टूटकर सड़क पर आ गिरी। नेट कनेक्टिविटी के साथ मोबाइल नेटवर्क तक बाधित हो रहे हैं। सैकड़ों की तादाद में परिंदों की भी मौत हुई हैं तो वहीं दो दर्जन से ज्यादा मवेशियों की मौत हुई है।