राजेश भंडारी -

नीमच ।   स्वामी विवेकानंद महाविद्यालय लीड कॉलेज में गुरुवार को स्वामी विवेकानंद जी की जयंती के अवसर पर पूर्व छात्र संगठन के तत्वाधान में राष्ट्रवाद के प्रबल पक्षधर देश के प्रख्यात चिंतक एवं वक्ता पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ का विशेष व्याख्यान आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती माता ओर स्वामी विवेकानंद जी की तस्वीर पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन से की गई। वही स्वागत भाषण जनभागीदारी समिति अध्यक्ष विश्व देव शर्मा द्वारा दिया गया। जिसके बाद प्रख्यात चिंतक एवं वक्ता पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ का विशेष व्याख्यान प्रारंभ होने से पूर्व उन्होंने बड़े ही सहज रूप से मंच पर बैठे जनप्रतिनिधियों को उतरने पर मजबूर कर दिया।अपने उद्बोधन की शुरुआत में उन्होंने कहा कि मेरे उद्बोधन से हो सकता है कि मंच पर बैठे जनप्रतिनिधियों को तकलीफ हो सकती है इसलिए वह सामने आकर बैठ जाएं इसके बाद मंच पर बैठे क्षेत्र के सांसद सुधीर गुप्ता नीमच विधायक दिलीप सिंह परिहार जिला पंचायत अध्यक्ष सज्जन सिंह चौहान सहित नपा अध्य्क्ष स्वाति चोपड़ा व अन्य जनप्रतिनिधि मंच से कुर्सी छोड़ आम जनता में शामिल हो गए। उन्होंने कहा कि यह उद्बोधन किसी राजनीतिक संगठन का नहीं है मैं चाहता हूं कि सनातनी हिंदू समाज अपनी सनातन का प्रचार करें तो सत्ता अपने आप नाक रगड़ेगी,चुनाव से पहले दिए गए नारे और किये वादे चुनाव के बाद समाप्त हो जाते हैं सत्ताओ ने लोगों को बिजली सड़क पानी तक सीमित रखा है परंतु आज संचार क्रांति ने जन्म लिया है हो।
 सकता है मेरी बातें किसी को अच्छी ना लगे परंतु आज का युवा संचार क्रांति से जुड़ा है और गलत को गलत कहने की क्षमता भी रखता है सत्ता में बैठे नेता हमेशा झूठ बोलते हैं क्योंकि उन्होंमें सच बोलने की शक्ति नहीं होती भारत ही नहीं जहां जहां लोकतंत्र है वहां वहां नेताओं को झूठ बोलने की छूट दी जाती है सिखाया जाता है कि आदमी कितना ही बड़ा हो चाहे वह मूर्ख हो पर उसका सम्मान होना चाहिए पद का ज्ञान से कोई ताल्लुक नहीं होता। जिस दिन ऐसे लोगों को छोड़ देंगे उस दिन चाणक्य पैदा होंगे चाटुकार नहीं। मेरी किससे व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है लेकिन जो राष्ट्रवाद का दुश्मन है वह मेरा विरोधी है।  सच बोले और डट कर बोले सनातनी हिंदू समाज से लोग झूठ बोलते हैं बताया जाता है कि सारे धर्म समान है यह पहला झूठ है जबकि सनातनी साहित्य में धर्म का अर्थ दायित्व होता है उन्होंने कहा कि सच बोलने की क्षमता रखें जिस दिन इस सभा में बैठे 5% लोग भी यह तय कर लेंगे उस दिन नीमच को बदलने में 24 घंटे भी नहीं लगेंगे।आपसे विनती करता हूं कि अपने आप से प्रण लीजिए जिंदगी का फैसला भावुक होकर नहीं लिया जाता सच बोले और डटकर बोलें। उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने सनातन धर्म के लिए कई बातें लिखी है परंतु चाटुकारिता के चलते समाज बट गए हैं जिस ने ज्ञान प्राप्त किया वह ब्राह्मण जिसने अपने पुरुषार्थ के दम पर परिवार व समाज की रक्षा की वह क्षत्रिय इस प्रकार समाज की जाति तय की गई। भारत धर्मनिरपेक्ष राज्य रहा है उन्होंने राजनीतिक दलों को निशाना बनाते हुए कहा कि जिन मुद्दों से राष्ट्र सुरक्षित होता है उन मुद्दों पर काम करें बड़ी गाड़ी और मकान बनाने के लिए संसद और विधानसभा में हम लोग बिकने के लिए नहीं गए। एक एमएलए का टिकट मिलना काफी नहीं हम में से कई लोग ऐसे हैं जो महापुरुषों के नाम तक नहीं जानते लेकिन विश्व सुंदरियों के बारे में फटाफट बता देते हैं हम लोग अपने हीरो को चुने आप राष्ट्र को बचाने एमपी चुनते हैं आपको जो अच्छा लगे वह करें परंतु बहादुरों को चुने हमें सनातन धर्म की हर धरोहर को ढूंढना है चाहे वह मस्जिद में हो चाहे चर्च में या अन्य कहीं स्थानों पर। काम वह करें जो सनातनी हिंदू वर्षों तक याद रखें। उन्होंने अपने उद्बोधन में 1947 में देश आजादी से लेकर भीमराव अंबेडकर द्वारा लिखी गई पुस्तकों में मुस्लिम समुदाय से जुड़ी कई अहम बातें भी बताई साथ ही युवाओं के अपनी फेसबुक साइट पर कुछ फोटो अपलोड करने की बात भी उनके द्वारा कही गई। अंत में उद्बोधन समाप्ति के पश्चात उन्होंने मंच से नीचे बैठे समस्त जनप्रतिनिधियों का धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि राष्ट्र हित के लिए कार्य करें राष्ट्र के लोगों को जागृत करें। इस दौरान बड़ी संख्या में समाजसेवी महाविद्यालय एवं विद्यालयों के छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
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भाजपा नेताओं की उड़ाई नींद-

प्रखर राष्ट्रवादी वक्ता कुलश्रेष्ठ ने बिना किसी राजनीतिक दल का नाम लिए प्रदेश की सत्ताधारी दल के नेताओं की बखिया उधेड़ दी भाजपा नेताओं की नींद उनके उद्बोधन के बाद जरूर उड़ गई होगी उन्होंने स्पष्ट किया कि जनता वोट दे रही है तो तुम्हें नहीं राष्ट्रवाद के नाम पर वोट दे रही है उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज का नाम न लेते हुए कहा कि मामा जी के खिलाफ कुछ बोलूंगा तो यहां के लोगों को अच्छा नहीं लगेगा लेकिन जिस काम के लिए 4 बार मुख्यमंत्री बनाया वह उन्होंने नहीं किया तीर्थ दर्शन यात्रा कराने के लिए नहीं बल्कि कार्य करने के लिए मुख्यमंत्री बनाया है उनके नेता धार भोजशाला मामले में मिले हुए हैं नेताओं का नाम लिए बिना उन्होंने जनता से सीधा कहा कि जो आपका फोन नहीं उठाये या मिलने का समय नहीं दे तो जैसे नेताओं को बिल्कुल फ्री कर दे ताकि आप की कीमत जान सके।