थाना नूरमहल की पुलिस और देहात क्राइम ब्रांच की टीम ने नूरमहल में नौ दिन पहले हुई 4.70 लाख रुपये व गहने की लूट के मामले को ट्रेस कर लिया है। पुलिस ने लुटेरा गिरोह के आठ लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि पांच अभी फरार चल रहे हैं।

गिरफ्तार आरोपितों की पहचान जालंधर निवासी शरणजीत सिंह उर्फ सनी, जगजीत सिंह उर्फ जग्गी, कुलदीप सिंह उर्फ दीपि, जगजीव सिंह उर्फ जग्गा, हर्षप्रीत सिंह उर्फ हनी, जसमीत सिंह, राजदीप सिंह और मुक्तसर निवासी युवराज सिंह युवी के रूप में हुई है।

पुलिस ने आरोपितों से दो पिस्तौल, चार कारतूस, पांच मोटरसाइकिल, 1.80 लाख रुपये, एक सोने की अंगूठी, लूट के रुपयों से खरीदा मोबाइल बरामद किया है। एसएसपी मुखविंदर सिंह भुल्लर ने बताया कि 29 मई को थाना नूरमहल में मोहल्ला पासियां निवासी कारोबारी शशि भूषण ने लूट की शिकायत दर्ज करवाई थी।

शशि भूषण ने बताया कि वह दोपहर को खाना खाने के लिए घर आए तो उसकी गली में बिना नंबर की दो बाइक खड़ी थीं। घर का दरवाजा अंदर से बंद था। उन्होंने अपने घर का दरवाजा खटखटाया तो घर के अंदर से मौजूद व्यक्तियों में से एक ने उस पर बंदूक तान दी। इसके बाद वह अन्य साथियों के साथ सामान लूटकर फरार हो गया।

एसएसपी मुखविंदर सिंह भुल्लर ने बताया कि इस लूट में 13 लोग शामिल थे। इनमें से आठ लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि पांच लोग अभी फरार हैं। फरार आरोपितों गांव भूरे गिल अजनाला निवासी गगनदीप सिंह, मनप्रीत मसीह उर्फ मोनू, गांव तारागढ़ जंडियाला निवासी आकाशदीप सिंह उर्फ मद्दी, धालीवाल निवासी गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपा और नूरमहल निवासी जसविंदर कुमार उर्फ मोनू गिल की गिरफ्तारी के लिए छापामारी जारी है। इन्हें भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

पुलिस जांच में सामने आया कि लूट के 4.70 लाख रुपये में से गिरोह के 13 सदस्यों ने 39-39 हजार रुपये बांट लिए थे। इसमें से हर्षप्रीत सिंह उर्फ हनी ने अपने हिस्सों के पैसों से एक स्मार्टफोन खरीद लिया था। पुलिस ने आरोपितों से 1.80 लाख रुपये की नकदी बरामद की है।

पिस्तौल मुहैया करवाने वालों के बारे में होगी पूछताछ पुलिस आरोपितों को अदालत में पेश कर रिमांड पर लेगी और रिमांड के दौरान आरोपितों को पिस्तौल मुहैया करवाने वालों के बारे में पूछताछ करेगी। जिन लोगों ने आरोपितों को दो पिस्तौल मुहैया करवाए थे, पुलिस उनकी गिरफ्तारी भी जल्द दिखा सकती है ताकि जो लोग अवैध हथियारों की सप्लाई को बढ़ावा दे रहे हैं, उन पर नकेल कसी जाए।

एसएसपी मुखविंदर सिंह भुल्लर ने बताया कि लूट का मास्टरमाइंड जसविंदर कुमार उर्फ मोनू गिल है। वह वारदात से 10 दिन पहले ही विदेश चला गया था और उसने ही गुरप्रीत सिंह से गोपा को विदेश में बैठकर लूट करने के निर्देश दिए थे।

पूछताछ दौरान सामने आया कि आरोपित मोनू गिल को शशि भूषण के घर के बारे में सब पता था। इसको लेकर उसने अपने दोस्त गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपा के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम देने की प्लानिंग करनी शुरू कर दी।