नई दिल्ली    चुनाव आयोग द्वारा कर्नाटक में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। कर्नाटक की सभी 224 सीटों पर एक ही चरण में मतदान होगा। 10 मई को वोटिंग होगी और 13 मई को परिणाम आएगा। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने नई दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह जानकारी दी। ऐलान के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है।राजीव कुमार ने बताया कि 24 मई से पहले नई सरकार के चुनाव की प्रक्रिया पूरी कर ली जाना है। कर्नाटक में पहली बार 80 साल से अधिक उम्र के मतदाताओं के लिए घर से मतदान करने की अनुमति होगी। कर्नाटक के 224 विधानसभा क्षेत्रों में 5,21,73,579 पंजीकृत मतदाता हैं। पूरे राज्य में 58,282 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे।

मतदान केंद्र: 58282 (शहरी - 24,063, ग्रामीण - 34,219)
पुरुष मतदाता: 2 करोड़ 62 लाख
महिला मतदाता: 2 करोड़ 59 लाख

अलग-अलग चुनाव लड़ रहे कांग्रेस और जेडीएस

कर्नाटक में अभी भाजपा की सरकार है। मुख्य मुकाबला कांग्रेस के साथ है, लेकिन सरकार बनाने में जेटीएस की भूमिका भी अहम रहती है। मायावती ने ऐलान किया है कि बसपा भी इस बार अपने प्रत्याशी उतारेगी। इसी तरह आम आदमी पार्टी भी चुनावी मैदान में है। माना जा रहा है कि इन दलों के चुनाव मैदान में होने के कारण वोट बंटेंगे और भाजपा को फायदा होगा। इस बीच, भाजपा सरकार में बसवराज बोम्मई ने कहा है कि पार्टी चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है। भाजपा ने इस बार कुल 224 सीटों में से 150 से अधिक सीट जीतने का लक्ष्य रखा है।

कांग्रेस जारी कर चुकी 124 प्रत्याशियों की लिस्ट

कांग्रेस 124 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर चुकी है। माना जा रहा है कि चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद भाजपा भी लिस्ट जारी कर सकती है। कर्नाटक में विधानसभा की कुल सीटों की संख्या 224 है। बहुमत का आंकड़ा 113 है।

पिछले पांच साल, बदले 3 सीएम

कर्नाटक में पिछले विधानसभा चुनाव 2018 में हुए थे। उसके बाद से अब तक प्रदेश तीन मुख्यमंत्री देख चुका है। ये हैं एचडी कुमारस्वामी, बीएस येदियुरप्पा और मौजूदा मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई। 2018 के चुनाव परिणाम सामने आने के बाद जनता दल और कांग्रेस पार्टी ने मिलकर सरकार बनाई थी। कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री बनाया गया। बाद में जुलाई 2019 में यह सरकार गिर गई। विधानसभा में कांग्रेस और जनता दल के कई सदस्यों ने इस्तीफे दे दिए। कुछ ने पार्टी बदल ली थी। इसके बाद भाजपा ने सरकार बनाई। येदियुरप्पा मुख्यमंत्री बने। उपचुनाव हुए और भाजपा की सत्ता बनी रही। इसके बाद 26 जुलाई 2021 को येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। ऐसे में बसवराज बोम्मई को 28 जुलाई 2021 को कर्नाटक नया मुख्यमंत्री बनाया गया।