पेट में गड़गड़ाहट की आवाज वैसे तो बहुत आम बात मानी जाती है, जिसकी वजह पाचन के दौरान गैस, द्रव और ठोस पदार्थों का इधर-उधर आना-जाना होता है। वैसे पेट खराब होने पर भी ये समस्या होती है। इस तरह की आवाज को "पेट की गुर्राहट" या "बोरबोरीग्मी" भी कहा जाता है। पेट खाली होने पर या खाना पचने के दौरान इस पर ज्यादा ध्यान जाता है। लेकिन अगर लंबे समय तक ये समस्या बनी रहे, तो इसे इग्नोर करने की गलती न करें। डॉक्टर को इस बारे में बताएं। बहुत ज्यादा या लगातार गड़गड़ाहट की आवाज निम्नलिखित समस्याओं की ओर करते हैं इशारा। एक्सपर्ट बता रहे हैं इसके पीछे की वजहें।  

भूख

जब पेट खाली हो, तो गड़गड़ाहट की आवाज को ज्यादा आसानी से सुना जा सकता है। आमतौर पर, खाने के बाद यह आवाज कम हो जाती है। 

पाचन में समस्या

बहुत तेज खाना, गैस पैदा करने वाले फूड आइटम्स का ज्यादा सेवन या फिर गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (जीईआरडी) या इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (आईबीएस) की वजह से भी गड़गड़ाहट या बेचैनी की समस्या बढ़ सकती है।

फूड इन्टॉलरेंस या एलर्जी

इन्टॉलरेंस या लैक्टोज या ग्लूटन से भरपूर चीजें कई बार पाचन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकती हैं। इस वजह से पेट से गड़गड़ाहट की ज्यादा आवाज आती है।

गैस्ट्रोएंटेराइटिस

यह पेट और आंत में इंफेक्शन या सूजन होता है, जिसे आम भाषा में पेट का फ्लू कहा जाता है। इसकी वजह से बहुत ज्यादा गड़गड़ाहट हो सकती है, जिसके साथ डायरिया, उल्टी और पेट में दर्द जैसे लक्षण भी हो सकते हैं।

आंत में रुकावट

आंतों में रुकावट से गड़गड़ाहट की आवाज बढ़ सकती है। इसके साथ, पेट में भयंकर दर्द, सूजन, कब्ज या उल्टी आने जैसे लक्षण भी सामने आ सकते हैं। ऐसी स्थिति में तुरंत मेडिकल हेल्प ली जानी चाहिए।

पाचन की अन्य समस्याएं

इन्फ्लेमेट्री बाउल डिजीज (आईबीडी), सेलिएक डिजीज या डाइवर्टिक्युलाइटिस से आंतों में असामान्य आवाज सुनाई दे सकती है, जिसके साथ दूसरे लक्षण भी देखने को मिल सकते हैं, जैसे - पेट में लगातार दर्द, बाउल मूवमेंट में बदलाव या वजन में कमी आदि।