इस्लामाबाद । पड़ोसी देश पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान ने शनिवार-रविवार की दरम्यानी रात लाहौर के मीनार-ए-पाकिस्तान में एक सार्वजनिक रैली में फिर से भारत का गुणगान किया है। पाकिस्तान की आर्थिक बदहाली के लिए मौजूदा सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए इमरान ने कहा कि भारत में महंगाई दर जहां 6 फीसदी के आसपास है, वहीं पाकिस्तान में पांच गुना ज्यादा यानी 30 फीसदी से ऊपर है। पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान बर्बादी की कगार पर खड़ा है। यहां की अवाम दाने-दाने को मेहताज है। रोटी के लिए लोग मर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने पर जोर दिया। रैली में उन्होंने पाकिस्तान की आर्थिक समृद्धि के लिए अपनी पार्टी का रोडमैप भी पेश किया।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के पास विदेशी मुद्रा भंडार की भारी कमी है। उन्होंने कहा कि जब तक निर्यात नहीं बढ़ेगा, यह संकट दूर नहीं होने वाला। खान ने जोर देकर कहा कि शासन में सुधार और निर्यात बढ़ाने के लिए देश को कठिन निर्णय लेने की जरूरत है।
रविवार की तड़के मीनार-ए-पाकिस्तान में एक विशाल सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए पीटीआई अध्यक्ष ने एक लंबा भाषण दिया। यह चुनाव पूर्व भाषण लग रहा था। इसी स्थान पर उन्होंने एक दशक पहले चुनावी रैली कर सियासी आगाज किया था। मीडिया के अनुसार पाकिस्तानी हुक्मरानों को ललकारते हुए खान ने उनसे पूछा कि क्या उनके पास देश को मौजूदा संकट से बचाने का कोई प्लान है। उन्होंने कहा कि मैं चुनौती देता हूं कि मौजूदा शासकों के पास देश को बचाने का क्षमता या इरादा नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर शासन में बैठे लोग यह कहते हैं कि मौजूदा संकट से बचने और निकलने के लिए हमारे पास कार्ययोजना है, तो मैं खुशी से उनके रास्ते से पर हूं, लेकिन मुझे पता है कि उनके पास क्या प्लान है, उनके पास कोई कार्य योजना नहीं है।
रैली में खान ने कहा कि पाकिस्तान पर्याप्त टैक्स भी एकत्र नहीं कर पा रहा है, जिसके कारण डॉलर का आउट फ्लो इन फ्लो से अधिक हो रहा है। खान के अनुसार 22 करोड़ लोगों में से केवल 25 लाख पाकिस्तानी ही टैक्स देते हैं। पूर्व प्रधानमंत्री ने आर्थिक प्रगति हासिल करने के लिए टैक्स आधार बढ़ाने की जरूरत पर जोर दिया। खान ने अपने कार्यकाल के दौरान रिकॉर्ड टैक्स संग्रह का जिक्र किया। 
रैली में खान ने यह भी कहा कि पीटीआई सरकार ने स्वास्थ्य कार्ड पेश किया था, जिसे वर्तमान सरकार ने बंद कर दिया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार बनने पर उनकी पार्टी फिर से इस पहल को शुरू करेगी। खान ने अपनी पार्टी के शासनकाल के दौरान आईटी और पर्यटन क्षेत्रों के विकास पर भी प्रकाश डाला और कृषि क्षेत्र में उत्पादकता बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस सहित सभी सरकारी निगमों के पुनर्गठन का भी प्रस्ताव रखा।