नीमच से राजेश भंडारी

नीमच ।    शहर के एचडीएफसी बैंक शाखा में हुए करीब 6 करोड़ 50 लाख के घोटाले के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने घोटाले के मुख्य आरोपी रितेश ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया है। रितेश ठाकुर की गिरफ्तारी के बाद कई चौंकाने वाले खुलासे होने की संभावना है। क्योंकि इस पूरे खेल का मास्टर माइंड रितेश ही था।  उल्लेखनीय है कि एचडीएफसी बैंक नीमच शाखा के कर्मचारी रितेश ठाकुर ने 6 करोड़ 16 लाख 21 हजार रूपए की हेराफेरी की है। इस हेराफेरी का 24 फरवरी को बैंक की ऑडिट रिपोर्ट में खुलासा हुआ था। इसके बाद केंट थाने पर रीजनल मैनेजर की शिकायत के बाद पुलिस ने अपराध क्रमांक 110/23, भादसं की धारा 409 के तहत प्रकरण पंजीकृत किया था।  प्रकरण की जांच में सामने आया था कि कर्मचारी रितेश ठाकुर ने बैंक में हेराफेरी की थी। हेराफेरी की रकम में से करीब 1 करोड़ 60 लाख 64 हजार रूपए जमा भी करवा दिए थे। वहीं शेष रकम 4 करोड़ 55 लाख 57 हजार रूपए का गबन किया था। इस पूरे मामले को कैंट पुलिस ने गंभीरता से लिया और मुख्य आरोपी की तलाश शुरू की है। इसके बाद पुलिस टीम को बड़ी सफलता मिली है। 

कल हुई थी बैंक मैनेजर से लंबी पूछताछ- 

कैंट थाना पुलिस ने 28 फरवरी को एचडीएफसी बैंक की नीमच शाखा के मैनेजर कपिल चौबे को पूछताछ के लिए बुलाया था। जांच अधिकारी ने कपिल चौबे से इस प्रकरण को लेकर लम्बी पूछताछ की थी। 

कैश डिपॉजिट मशीन से की थी हेराफेरी- 

एचडीएफसी बैंक के कर्मचारी रितेश ठाकुर ने कैश डिपॉजिट मशीन के द्वारा करीब 6 करोड़ से अधिक की राशि का गबन किया था। इस गबन का खुलासा बैंक की ऑडिट रिपोर्ट में हुआ था। इसके बाद से ही यह मामला सुर्खियों में बना हुआ है।