बिहार : जनता दल यूनाइटेड के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव का गुरुवार रात गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में उनका निधन हो गया। वह 75 साल के थे। सांस लेने में तकलीफ होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी बेटी ने निधन की जानकारी दी। उनका पार्थिव शरीर दिल्ली के छतरपुर स्थित उनके निवास स्थान पर रखा गया, जहां लोग उनके अंतिम दर्शन कर सकेंगे।

शरद यादव की बेटी शुभाषिनी यादव ने ट्वीट करके पिता के निधन की जानकारी दी। शुभाषिनी ने अपने ट्वीट में लिखा, 'पापा नहीं रहे।' सूत्रों के मुताबिक, अपने अंतिम समय में वे बीमार चल रहे थे और उनका इलाज गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में चल रहा था। शरद यादव के निधन से पूरे राजनीतिक जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। 

मध्य प्रदेश में पैतृक गांव में होगा अंतिम संस्कार
शरद यादव के दामाद राज कमल राव ने कहा, उन्हें कार्डियक अरेस्ट हुआ था, हम उन्हें अस्पताल लेकर गए। वहां पहुंचने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उन्हें किडनी की समस्या थी और डायलिसिस पर थे। उनके पार्थिव शरीर को मध्य प्रदेश में उनके पैतृक गांव ले जाया जाएगा जहां अंतिम संस्कार किया जाएगा। 

शरद यादव का जन्म 1 जुलाई 1947 को मध्यप्रदेश के होशंगाबाद के बंदाई गांव में किसान परिवार में हुआ था। किसान के घर जन्मे शरद पढ़ने लिखने में काफी तेज थे। छात्र राजनीति से लेकर राष्ट्रीय राजनीति में पहचान बनाने वाले शरद यादव ने बिहार की राजनीति में भी बड़ा मुकाम हासिल किया था। शरद यादव ने मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और फिर बिहार में अपना राजनीतिक परचम लहराया था। नीतीश कुमार से हुए विवाद के बाद उन्होंने जदयू का साथ छोड़ दिया था। वो बिहार की मधेपुरा सीट से कई बार सांसद रह चुके थे। 

उनके निधन पर राजनीतिक जगत में शोक की लहर है। उनके देहांत पर पीएम मोदी ने दुख जताया। उन्होंने कहा कि शरद यादव के निधन से बहुत दुख हुआ। अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में उन्होंने खुद को सांसद और मंत्री के रूप में प्रतिष्ठित किया। वे डॉ. लोहिया के आदर्शों से काफी प्रभावित थे। मैं हमेशा हमारी बातचीत को संजो कर रखूंगा। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी दिग्गज राजनेता के निधन पर शोक जताया। उन्होंने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं देश के बड़े वरिष्ठ नेता शरद यादव के निधन से मुझे गहरी वेदना की अनुभूति हुई है। अपने लंबे राजनीतिक जीवन में उन्होंने हमेशा समाज के कमजोर वर्गों की समस्याओं को पुरजोर तरीके से उठाया। आपातकाल के दौरान लोकतंत्र की रक्षा के लिए भी उन्होंने काफी संघर्ष किया। उनके निधन से भारतीय राजनीति की एक प्रभावी आवाज खामोश हो गई है। शरदजी के साथ मेरा बड़ा लंबा और बेहद आत्मीय संबंध रहा है। स्वभाव से बेहद सरल और बेबाक शरदजी का निधन एक बड़ी क्षति है। दुःख की इस घड़ी में मैं उनके शोकाकुल परिवार और समर्थकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। ओम् शांति!

राहुल गांधी ने भी शोक जताया
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी शरद यादव के निधन पर शोक जताया। राहुल ने ट्वीट कर कहा कि मैं उनसे बहुत कुछ सीखा है। 

लालू यादव ने जताया शोक 
राजद प्रमुख लालू यादव ने सिंगापुर से वीडियो जारी कर शरद यादव के निधन पर शोक जताया। 

तेजस्वी ने दी श्रद्धांजलि
बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी शरद यादव को श्रद्धांजलि दी। 
 
मीसा भारती ने भी जताया दुख
राजद सुप्रीमो लालू यादव की बेटी मीसा भारती ने भी शरद यादव के निधन पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि समाजवाद की प्रबल आवाज आज शांत जरूर हुई है पर प्रेरणा बनकर हमारी स्मृतियों में सदा कौंधती रहेगी! आदरणीय शरद यादव को अश्रुपूरित भावभीनी श्रद्धांजलि।

नितिन गडकरी ने दी श्रद्धांजलि 
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी ट्वीट कर शरद यादव को याद किया। उन्होंने लिखा- वरिष्ठ नेता शरद यादव जी को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि। शरद जी मेरे अच्छे मित्र थे। वे संघर्षशील और गरीबों के हितों के लिए राजनीति करने वाले नेता थे, जयप्रकाश जी के नेतृत्व में इमरजेंसी के खिलाफ और उसके बाद जनता पार्टी में उनकी अहम भूमिका रही है।

ममता बनर्जी ने जताया शोक 
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शरद यादव के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी विरासत चलती रहेगी। यादव को एक कद्दावर राजनेता बताते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि वह एक बेहद सम्मानित सहयोगी थे। टीएमसी प्रमुख ने ट्वीट किया, श्री शरद यादव के निधन के बारे में सुनकर मुझे दुख हुआ है। एक दिग्गज राजनेता और बेहद सम्मानित सहयोगी, उनकी विरासत जीवित रहेगी। मैं प्रार्थना करती हूं कि उनके परिवार और अनुयायियों को दुख की इस घड़ी में धैर्य और शक्ति मिले।