बिहार : फर्जी जज के झांसे में आने वाले पूर्व डीजीपी सिंघल को नीतीश सरकर ने अहम पद दिया है। फर्जी चीफ जस्टिस बन फोन करवाने वाले मामले में पूर्व एसएसपी आदित्य कुमार पर इन्होंने कार्रवाई किया था जो सेवा निवृत्त होने के बाद अब केन्द्रीय चयन पर्षद के अध्यक्ष होंगे। वे पिछले साल 19 दिसंबर को डीजीपी पद से सेवानिवृत हुए थे जिन्हें नए साल में सरकार ने नए पद का तोहफा दिया है।

वे अपने नये पद का कमान 21 जनवरी 2023 से संभालेंगे । गृह विभाग ने शनिवार को इसकी अधिसूचना जारी की है । केन्द्रीय चयन पर्षद के वर्तमान अध्यक्ष के एस द्विवेदी का कार्यकाल 20 जनवरी 2023 को पूरी हो जाएगी। इसके बाद एस के सिंघल नए अध्यक्ष का पद संभालेंगे। बिहार सरकार ने एस के सिंघल को अगले तीन वर्षों के लिए केन्द्रीय चयन पर्षद का अध्यक्ष नियुक्त किया है। वर्तमान अध्यक्ष के एस द्विवेदी को भी बिहार के डीजीपी पद से सेवा निवृत होने के बाद बिहार सरकार ने उन्हें केन्द्रीय चयन पर्षद का अध्यक्ष बनाया था। फिर उनके कार्यकाल को 6 महीने बढाया गया था। 


 
नितीश कुमार के हैं बहुत प्रिय 

कहा जाता है कि सिंघल और मुख्यमंत्री नीतीश के बहुत अच्छे रिश्ते हैं। और शायद इसी वजह से सिंघल नीतीश कुमार को बहुत पसंद भी करते हैं। पहले भी नीतीश कुमार बुरे समय में एसके सिंघल का बचाव कर चुके हैं। गया के पूर्व एसएसपी आईपीएस आदित्य कुमार के मामले में भी मुख्यमंत्री ने सिंघल का पूरा बचाव किया था।