नीमच से राजेश भंडारी

नीमच    प्रदेश के सबसे बड़ी कृषि उपज मण्डी में अपनी उपज बेचने आया किसान बद्रीलाल पिता राम नारायण पाटीदार 65 निवासी ग्राम लासुर चक्कर खाकर गिर गया और उसकी मौत हो गई । ऐसे में सबसे बड़ा सवाल उठता है कि जो किसान इस देश में अन्न पैदा कर सबका पेट भरता है, उसकी प्रदेश की सबसे बड़ी मण्डी में मौत हो जाती है, इसका पूरा जिम्मा कृषि उपज मण्डी के जिम्मेदार प्रशासन का है । वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री श्रीमती मधु बंसल ने मृतक किसान की मौत को प्राकृतिक आपदा मानते हुए उचित मुआवजा दिये जाने की मांग की । 
श्रीमती बंसल ने बताया कि देश में शीत लहर का प्रकोप जारी है और किसान अपनी फसल सुबह जल्दी बेचने के लिए मण्डी में आते हैं । लेकिन किसान यहां लम्बे-लम्बे जाम, मौसम की मार और पेयजल व भोजन सहित कई कठिनाईयों जुझते हैं। कई बार किसान को इतनी देर हो जाती है कि वो अपनी फसल बिना बेचे ही वापस चले जाते है । अक्सर किसान नीलामी के लिए लगाए ढेर को छोड़कर नहीं जा पाते हैं यही मजबूरी उनकी स्वास्थ्य के लिए घातक साबित होती है । समुचित व्यवस्था के अभाव में किसानों को कई परेशानियों से गुजरना पड़ता है । 
श्रीमती बंसल ने प्रशासन से मांग की कि भरी सर्दी में किसान अपनी फसल को लाया था और शीतलहर के चलते गश खाकर गिर पड़ा जिससे आकस्मिक रुप से उसकी मौत हुई है । इस घटना को प्राकृतिक आपदा मानते हुए तुरंत मुआवजा दिया जाना चाहिए ।

श्रीमती बंसल ने कृषि उपज मण्डी में अव्यवस्थाओं पर भी उठाए सवाल

कृषि उपज मण्डी में फसल सीजन में बम्पर आवक होती है और जिले सहित आसपास के अंचलों से भी किसान नीमच की कृषि मण्डी में फसलें बेचने के लिए आते हैं । लम्बे-लम्बे जाम से अक्सर किसान मण्डी में प्रवेश ही नहीं कर पाते हैं और मौसम की मार झेलते हुए अपने वाहनों के साथ खड़े नजर आते हैं । मजबूर किसान परेशान होते रहते हैं और उनके लिए कोई समुचित व्यवस्था मण्डी प्रशासन द्वारा नहीं की जाती है । 

चिकित्सकीय सुविधा का अभाव

श्रीमती बंसल ने कहा कि मण्डी में किसानों के आकस्मिक रुप से बीमार होने पर किसी भी प्रकार की चिकित्सकीय सुविधा नहीं है । पूर्व में भी कई बार किसानों के साथ गर्मी, सर्दी और बरसात में प्राकृतिक घटनाएं घट चुकी है, ऐसे में प्राथमिक उपचार तक की व्यवस्था का मण्डी परिसर में अभाव है जबकि हजारों किसान रोजाना अपनी उपज बेचने मण्डी में आते हैं जिनके लिए चिकित्सा केन्द्र बनाया जाना चाहिए । 

किसानों के लिए ठहरने के माकूल इंतजाम नहीं 

श्रीमती बंसल ने कहा कि अक्सर कृषि उपज मण्डी में बम्पर आवक के चलते नीलामी में नम्बर जल्दी नहीं आ पाता है और उन्हें कई कई दिनों तक फसल बेचने के लिए रुकना पड़ता है । ठहरने की कोई माकूल व्यवस्था नहीं होने से भी किसान काफी परेशान होते हैं । किसानों के लिए ठहरने की व्यवस्था की जाना चाहिए । 

किसानों की फसलें भी हो जाती हैं चोरी

श्रीमती बंसल ने कहा कि देखने में यह आता है कि लाल गुलाब गैंग किसानों की उपज चोरी कर लेती है, वहीं उपज के रुपए ले जाते हुए भी कई घटनाएं सामने आई है । इसके बावजूद किसानों की सुरक्षा के लिए चौकी का इंतजाम भी नहीं होना बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है । किसानों को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराई जाना चाहिए । 
श्रीमती बंसल ने कहा कि अपने आपको किसानों की हितेषी पार्टी कहने वाली भाजपा सरकार और उनके तीनों विधायक, सांसद किसी भी मंच पर किसानों की आवाज नहीं उठाते हैं । प्रशासन को चाहिए जल्द अव्यवस्थाओं को सुधारे और मृतक किसान बद्रीलाल पाटीदार की मौत को प्राकृतिक मानते हुए 4 लाख रु. का मुआवजा तत्काल जारी करे ।