जयपुर । राजस्थान के सैनिक कल्याण और पंचायती राज राज्यमंत्री राजेंद्र गुढ़ा और उनके निजी सहायक सहित कुछ लोगों के खिलाफ एक व्यक्ति का अपहरण करने, उससे सादा(ब्लैंक) चैक लेने व धमकाने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। वहीं मंत्री गुढ़ा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर सवाल उठाए और कहा कि क‍िसी मंत्री पर मुकदमा हो और वह भी राजस्थान के मुख्यमंत्री की जानकारी के बिना, हो ही नहीं सकता, क्योंकि गृह विभाग भी उन्हीं के पास है। उन्होंने कहा कि मेरी पत्नी ने पहले ही कहा था कि पंगे मत लो। उन्होंने कहा कि कम से कम वो (मुख्यमंत्री) इस मुकदमे से पहले मेरी जानकारी तो ले लेते कि यह मामला क्या है। उन्होंने कहा कि एक मंत्री के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज नहीं होना चाहिए था, मुझे नहीं पता क्या है। मैं उनसे मिलकर बात करूंगा। एक मंत्री के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज करके क्या साबित करना चाहते हैं। उदयपुरवाटी, झुंझुनूं से विधायक गुढ़ा व अन्य के खिलाफ यह मामला सीकर के नीम का थाना निवासी दुर्गा सिंह ने बृहस्पतिवार को दर्ज करवाया। सिंह वार्ड पंच हैं।
नीमकाथाना के कार्यवाहक क्षेत्राधिकारी बाबूलाल ने बताया कि नीम का थाना के मोदी बाग निवासी दुर्गा सिंह ने मंत्री राजेन्द्र गुढा, उनके निजी सहायक कृष्ण कुमार तथा विमला कंवर व अन्य के खिलाफ बृहस्पतिवार को भारतीय दंड संहिता की धारा 143, 323, 347, 365, 504, 506 और 4-6 के तहत मामला दर्ज करवाया है। उन्होंने बताया कि नीम का थाना के वार्ड नंबर-31 निवासी शिकायतकर्ता दुर्गा सिंह ककराना पंचायत का वार्ड पंच है। घटना 27 जनवरी की है।
उन्होंने बताया कि मामला मंत्री से जुड़ा होने के कारण आगे की कार्रवाई के लिए अपराध अन्वेषण शाखा (सीआईडी-सीबी) को भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच से मामला किसी भूखंड को लेकर पैसे के लेन-देन जुड़ा प्रतीत होता है। उल्लेखनीय है कि गुढ़ा उन छह विधायकों में से एक हैं, जिन्होंने 2018 का विधानसभा चुनाव बहुजन समाज पार्टी(बसपा) की टिकट पर जीता था, लेकिन बाद में वे कांग्रेस में शामिल हो गए। गुढ़ा को बाद में अशोक गहलोत मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था। अपने मुखर बयानों के लिए प्राय: चर्चा में रहने वाले गुढ़ा हाल ही में सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की वकालत करते नजर आए हैं।