तमिलनाडु में बिहारी श्रमिकों पर हमले का झूठा वीडियो शेयर करने के मामले में गिरफ्तार किए गए यूट्यूबर मनीष कश्यप से आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) लगातार पूछताछ कर रही है। चार दिनों की रिमांड के दूसरे दिन शनिवार को भी मनीष से पूछताछ की गई। ईओयू मनीष कश्यप के मोबाइल की तलाश में है, मगर अभी तक उसे सफलता नहीं मिली है।

ईओयू सूत्रों के अनुसार, मनीष का मोबाइल पूरे प्रकरण की जांच में बड़ा साक्ष्य साबित हो सकता है। उसमें न केवल वीडियो बनाने के डिजिटल साक्ष्य मिल सकते हैं, बल्कि उसके वाट्सएप चैट भी मिल सकता है। इसके अलावा उसने तमिलनाडु विवाद के दौरान किन-किन नंबरों पर बात की, इसके साक्ष्य भी मिल सकते हैं।

बेतिया में आत्मसमर्पण के समय भी उसके पास मोबाइल या कोई अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरण नहीं था। ईओयू की टीम पूछताछ के दौरान मनीष से लगातार उसके मोबाइल के बारे में पूछ रही है। सूत्रों की मानें तो मनीष ने पहले यह बताया कि उसका मोबाइल नोएडा के फ्लैट पर है। ईओयू की एक टीम ने नोएडा जाकर उसके फ्लैट की तलाशी भी ली मगर मोबाइल नहीं मिला। इस बीच वह मोबाइल के बारे में जानकारी देने में लगातार आनाकानी कर रहा है।

सोमवार की शाम तक है रिमांड

आर्थिक अपराध इकाई को मनीष कश्यप की चार दिनों की रिमांड मिली है। मनीष से सोमवार की शाम तक ईओयू की टीम पूछताछ करेगी। इसके बाद उसे वापस न्यायिक हिरासत में भेज दिया जाएगा। इसके अलावा तमिलनाडु पुलिस भी मनीष से पूछताछ करने की तैयारी में है। इसके लिए उसने कोर्ट में ट्रांजिट रिमांड लेने की अर्जी भी दी है। सूत्रों के अनुसार, सोमवार या मंगलवार को मनीष के ट्रांजिट रिमांड पर फैसला हो सकता है।