भोजपुर में बेखौफ अपराधियों ने देर रात घर में घुसकर एक आठ साल की बच्ची की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मचा है। बताया जा रहा है कि जिले के उदवंतनगर थाना क्षेत्र अन्तर्गत भेंलाई रोड स्थित एक घर में शुक्रवार की देर रात हथियारबंद अपराधी घुस गए और फायरिंग कर दी। इस दौरान आठ साल की आराध्या सिंह को गोली लगी और उसकी मौत हो गई। हालांकि, पुलिस ने मामले को संदिग्ध बताया है।

मृतका आठ वर्षीय आराध्या सिंह के पिता कृष्णा कुमार सिंह मूलरूप से रोहतास के दिनारा थाना के कुंड गांव के रहने वाले हैं। वर्तमान में परिवार भेंलाई रोड में मकान बनाकर रहता है। बच्ची के पिता दिनारा में पोल्ट्री फार्म चलाते हैं। बच्ची के पिता ने बताया कि चार की संख्या में हमलावर घर में घुसे थे। मृतका के दाएं पंजरी में गोली के जख्म का निशान पाया गया है। घटना का कारण पूर्व से चला आ रहा भूमि विवाद बताया जा रहा है। मृतक के पिता ने नामजद लोगों पर हत्या कराने का आरोप लगाया है। शनिवार की सुबह शव का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल आरा में कराया गया।

पिता को खोज रहे थे बदमाश

पिता के अनुसार, घटना की रात बच्ची भेंलाई रोड स्थित अपने आवास पर अपनी दादी, मां और बुआ के साथ सोई थी। पिता घर पर नहीं थे। रात दस बजे चार की संख्या में आए बदमाशों ने पहले दरवाजा खुलवाया। इसके बाद उन्हें खोजने लगे। जब परिवार के सदस्यों ने विरोध किया तो बदमाशों ने फायरिंग कर दी, जिसमें गोली लगने से उनकी बच्ची की मौत हो गई।

इसके बाद हथियारबंद बदमाश भाग निकले। बाद में वे घर लौटे तो पूरी घटना की जानकारी हुई। सूचना मिलने पर उदवंतनगर पुलिस भी वहां पहुंच गई। पिता के अनुसार, बदमाश उन्हें मारने के इरादे से आए थे। उन्हें लग रहा था कि वे घर में छिपे हैं। इसलिए वे जबरन घुसने का प्रयास कर रहे थे। बच्ची के पिता रोहतास के दिनारा में पोल्ट्री फार्म चलाते है।

पुलिस को घरवालों ने नहीं दी सूचना

आगे के अनुसंधान के लिए एफएसएल की टीम को भी पटना से बुलाया लिया गया है। घटना की जांच में अभी पूरी सच्चाई आनी बाकी है। क्योंकि, मामला थोड़ा संदिग्ध लग रहा है। गोली लगने के बाद बच्ची को किसी प्राइवेट हॉस्पिटल में भी ले गए थे। उस समय उन्होंने पुलिस को सूचना नहीं दी थी। मृत्यु के बाद यह लोग बच्ची को घर लेकर चले गए और अर्धरात्रि के बाद दूसरी बार सदर अस्पताल लेकर आए, जहां पर लड़की को मृत घोषित कर दिया गया।

बाद में परिजन ने पुलिस को इसके बारे में बताया। घर पर सीसीटीवी कैमरा भी है, लेकिन सीसीटीवी कैमरा बंद था। घर में कहीं पर खून के निशान नहीं मिले है। असली अभियुक्त का पता लगाने के लिए पुलिस सभी बिंदु पर जांच कर रही है।